शांति वार्ता से पहले ही दक्षिण सूडान में विद्रोहियों पर सेना का हमला

Army attack on rebels of south sudan in lasso city before peace talks
शांति वार्ता से पहले ही दक्षिण सूडान में विद्रोहियों पर सेना का हमला
शांति वार्ता से पहले ही दक्षिण सूडान में विद्रोहियों पर सेना का हमला

डिजिटल डेस्क, अदीस अबाबा। सूडान में नए दौर की शांति वार्ता शुरू होने वाली है। जिससे पहले सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-इन अपोजिशन (एसपीएलए-आईओ) के प्रवक्ता लाम पॉल गैब्रियल ने कहा कि "सेना ने लासू शहर में उनके ठिकानों पर हमले किए हैं। हालांकि इस संबंध में सेना के प्रवक्ता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। दक्षिण सूडान में विद्रोहियों के विद्रोह को शांत करने के लिए सरकार शांति वार्ता की पहल करने जा रही है। जिसके लिए रूप रेखा भी तैयार की गई है। 

 

सेना की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं


सरकार के ऐसा करने से पहले ही सेना ने उनके ठिकानों पर हमला कर दिया। इस हमले में 100 से ज्यादा लोगो की मौत हो गई है, जिसकी पुष्टि सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-इन अपोजिशन (एसपीएलए-आईओ) के प्रवक्ता लाम पॉल गैब्रियल ने खुद की है। वहीं सेना की तरफ से इस घटना को लेकर कोई जवाब नहीं आया है। इससे पहले सेना के प्रवक्ता लूल रुआई कोआंग ने कहा कि चार फ्रांसीसी मानवाधिकार कार्यकर्ता को राजा शहर के पास से शनिवार को अगुआ कर लिया गया था। 

2013 से हिंसा जारी

बता दें कि सूडान में 2013 से हिंसा जारी है। इस दौरान हजारों लोगों की मौत हुई और देश की एक तिहाई आबादी करीब एक करोड़ बीस लाख लोग विस्थापित भी हुए हैं। प्रवक्ता लाम पॉल गैब्रियल ने कहा कि "जब हमले करने ही थे तो शान्ति वार्ता करने की क्या आवश्यकता है"। दक्षिण सूडान शांति समझौते के लिए हाई-लेवल रिवाइटललाइज़ेशन फ़ोरम (एचएलआरएफ) की अध्यक्षता में 8-राष्ट्रीय विकास पर अंतर्राष्ट्रीय संस्था (आईजीएडी) के अध्यक्ष, इथियोपिया के पीएम हाइलिमारीम देसलेजन ने अध्यक्षता की थी। इस बैठक में देसलेजन ने दक्षिण सूडानी राजनीतिक हितधारकों से बातचीत शुरू करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही बातचीत के जरिए समस्या से निपटने और शांति समझौते को गति प्रदान करने की बात कही।    

 

दक्षिण सूडान की महिलाओं ने एक पोस्टर मार्च के जरिए अपनी निराशा और पीड़ा व्यक्त की थी। कुछ विश्लेषकों ने पाया कि यह आखिरी मौका है जब एक वार्ता के माध्यम से हत्या, बलात्कार, विस्थापन और भूख से संबंधित मौतों को रोका जा सकता है।

Created On :   19 Dec 2017 5:33 AM GMT

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