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अफगानिस्तान : अशरफ गनी ने अफगानिस्तान पर तालिबान के अधिग्रहण के लिए अमेरिका को ठहराया जिम्मेदार

हाईलाइट
- कई प्रमुख अफगान राजनेता दोषी
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपनी सरकार गिरने के करीब एक साल बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एक साक्षात्कार में अमेरिका, काबुल के राजनेताओं और अन्य को तालिबान द्वारा युद्धग्रस्त देश पर कब्जा करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को नव स्थापित मीडिया आउटलेट अफगान ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क (एबीएन) के साथ अपने पहले टेलीविजन साक्षात्कार में, गनी ने विशेष रूप से अफगान शांति के लिए नियुक्त पूर्व अमेरिकी राजदूत जलमय खलीलजाद के साथ-साथ कई प्रमुख अफगान राजनेताओं को इसके लिए दोषी ठहराया।
गनी खलीलजाद पर सबसे अधिक नाराज नजर आए, जिन्होंने दोहा में तालिबान के साथ एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसने देश से विदेशी ताकतों की पूर्ण वापसी का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने खलीलजाद को भ्रष्ट और अक्षम कहा। 15 अगस्त, 2021 को तालिबान के अफगान राजधानी में प्रवेश करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति काबुल से भाग गए थे और अब संयुक्त अरब अमीरात में निर्वासन में रह रहे हैं। उनके जाने से तालिबान के लिए राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने का मार्ग प्रशस्त हो गया था।
गनी ने बाद में अफगान नागरिकों से माफी मांगते हुए कहा कि उन्हें रक्तपात से बचने के लिए भागना पड़ा। राजनीतिक समझौते तक पहुंचने से पहले भागने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी भारी आलोचना की गई। हालांकि, वह अभी भी खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति मानते हैं। अपनी सरकार गिरने से पहले, गनी ने दावा किया था कि वह मृत्यु तक तालिबान के खिलाफ खड़े रहेंगे।अब वे कहते हैं कि जब काबुल का पतन हुआ था, तब उनके पास कोई कार्यकारी शक्ति नहीं थी।गनी ने एबीएन को बताया कि वह छोड़ने वाले अंतिम व्यक्ति थे और उन्होंने डॉ. नजीब के कड़वे अनुभव को दोहराने से बचने के लिए ऐसा किया।
वह अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नजीबुल्लाह का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें 1996 में तालिबान ने तब मारा था, जब उन्होंने पहली बार काबुल पर कब्जा किया था। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व रक्षा मंत्री उनके सामने से भाग गए और काबुल में अमेरिकी दूतावास ने पहले ही अपने कर्मचारियों और अफगान अभिजात्य बलों को निकालना शुरू कर दिया था। गनी ने एबीएन को बताया कि उनके खुफिया प्रमुख ने कहा था कि उस समय अफगान सेनाएं लड़ने में असमर्थ थीं।
आईएएनएस
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आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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