'दोस्त ने भी छोड़ा साथ'- चीन लगाएगा नॉर्थ कोरिया पर तेल प्रतिबंध

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। नार्थ कोरिया के करीबी दोस्त चीन ने भी उसका साथ छोड़ने का मन बना लिया है। दरअसल चीन ने घोषणा की है कि वह उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल विकास पर संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत तेल निर्यात को सीमित कर देगा। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि नार्थ कोरिया को परिष्कृत पेट्रोलियम का निर्यात प्रति वर्ष 2 मिलियन बैरल तक सीमित होगा और तरलीकृत प्राकृतिक गैस की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध 1 अक्टूबर से प्रभावी हो जाएगा।
हालांकि नार्थ कोरिया में चीनी ऊर्जा की आपूर्ति का वर्तमान आकार और कितना कम किया जाएगा, ये स्पष्ट नहीं किया गया है। मंत्रालय ने साथ ही यह भी जानकारी दी कि चीन नार्थ कोरिया से कपड़ा आयात पर भी प्रतिबंध लगाएगा। गौरतलब है कि चीन ही नार्थ कोरिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश व आखिरी व्यापारिक भागीदार, ऊर्जा आपूर्तिकर्ता और राजनयिक सहयोगी है।
चीन ने क्यों लगाया प्रतिबंध ?
पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र ने नार्थ कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों के जरिए नार्थ कोरिया के आय के स्रोत बंद करने की कोशिश की गई है। इन प्रतिबंधों में नार्थ कोरिया से कपड़ों के निर्यात पर रोक को मंजूरी दी गई है। साथ ही नार्थ कोरिया अब मौजूदा तय सीमा तक ही कच्चे तेल का आयात कर सकेगा। कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंध का मसौदा अमेरीका ने तैयार किया, जिसे चीन और रूस समेत सभी 15 सदस्यों ने मंजूरी दी है। दरअसल, कोरिया लगातार बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर रहा है। जिस कारण उस पर यह प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरीका और अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद कोरिया के तानाशाह किम जोंग झुकने को तैयार नहीं हैं। जिस कारण डोनाल्ड ट्रंप इस बात से बेहद नाराज हैं। ट्रंप और किम के बीच काफी समय से जुबानी जंग चल रही है। हाल ही में ट्रप ने किम को मैडमैन बताते हुए उत्तर कोरिया को पूरी तरह से तबाह करने की धमकी दी थी। इससे पहले किम ने ट्रंप को मानसिक रूप से बीमार करार दिया था।
Created On :   23 Sept 2017 12:55 PM IST