जैव विविधता अनुसंधान केंद्र: चीन ने म्यांमार में नौ बार किया संयुक्त वैज्ञानिक सर्वेक्षण
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन और म्यांमार दोनों जैव विविधता में समृद्ध देश हैं। म्यांमार को पारिस्थितिक पर्यावरण संरक्षण का समर्थन करने के लिए चीनी विज्ञान अकादमी के दक्षिण पूर्व एशिया जैव विविधता अनुसंधान केंद्र ने वर्ष 2014 से म्यांमार के साथ सहयोग कर म्यांमार में नौ बार संयुक्त वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया।
चीनी विज्ञान अकादमी के दक्षिण पूर्व एशिया जैव विविधता अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञ थान यून होंग ने कहा कि म्यांमार में 260 पशु प्रजातियां, 1062 पक्षी प्रजातियां, 1,000 से अधिक मीठे पानी की मछलियां और 16,000 से अधिक पौधों की प्रजातियां हैं। लेकिन म्यांमार दुनिया में जैव विविधता के सबसे तेजी से हारने वाले देशों में से एक है। इसलिए म्यांमार में जैव विविधता अनुसंधान करने का उद्देश्य इसके आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए सहारा तैयार करना है।
थान ने कहा कि चीनी विज्ञान अकादमी के दक्षिण पूर्व एशिया जैव विविधता अनुसंधान केंद्र ने वर्ष 2014 से म्यांमार के साथ सहयोग कर उत्तरी म्यांमार के जंगल में नौ बार वैज्ञानिक संर्वेक्षण किया और अनेक नये पशु व पौधे की प्रजातियों का पता लगाया। स्थानीय लोगों ने वैज्ञानिक सर्वेक्षण में शामिल कर्मचारियों का बहुत समर्थन किया है। थान ने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण के लिए पानी बचाने, कम सफेद कचरे का उपयोग करने और जंगली जानवरों की खपत से निषेध करने की बड़ी जरूरत है।
Created On :   6 Jun 2020 1:30 AM IST