अंतरिक्ष स्टेशन: नासा ने अनिल मेनन को पहली बार अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के लिए किया नियुक्त, जून 2026 में होंगे रवाना

नासा ने अनिल मेनन को पहली बार अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के लिए किया नियुक्त, जून 2026 में होंगे रवाना
  • आईएसएस के लिए अपने पहले मिशन पर रवाना होंगे मेनन
  • फ्लाइट इंजीनियर और एक्सपीडिशन 75 के चालक दल के सदस्य
  • अनिल मेनन भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यात्री अनिल मेनन को पहली बार अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के लिए नियुक्त किया है। नासा अंतरिक्ष यात्री अनिल मेनन को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए अपने पहले अंतरिक्ष उद्देश्य पर भेजेंगी।

नासा ने मेनन की नियुक्ति फ्लाइट इंजीनियर और एक्सपीडिशन 75 के चालक दल के सदस्य के रूप में की है। वो इससे संबंधित काम करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार मेनन जून 2026 में रोस्कोस्मोस सोयुज एमएस-29 अंतरिक्ष यान पर सवार होकर रवाना होंगे। उनके साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री प्योत्र डबरोव और अन्ना किकिना भी होंगे। आपको बता दें कजाकिस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से इस अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया जाएगा। तीनों करीब आठ महीने प्रयोगशाला में बिताएंगे। 48 वर्षीय मेनन का जन्म 15 अक्टूबर 1976 को हुआ था।

अनिल माधवन सैमोइलेंको मेनन संयुक्त राज्य वायु सेना, आपातकालीन चिकित्सा चिकित्सक और नासा के अंतरिक्ष यात्री में एक लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। वह नासा में एक फ्लाइट सर्जन और स्पेसएक्स में मेडिकल डायरेक्टर थे, जिन्हें नासा में एक अंतरिक्ष यात्री के लिए एक उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। मेनन ने 1995 में सेंट पॉल अकादमी और सेंट पॉल, मिनेसोटा में शिखर सम्मेलन स्कूल से स्नातक किया। उन्होंने न्यूरोबायोलॉजी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।

भारतीय अंतरिक्षयात्री शुभांशु शुक्ला ने आइएसएस पर मांसपेशियों, अंतरिक्ष में पाचन और अंतरिक्षयात्री के मेंटल हेल्थ को लेकर कई प्रयोग किए। एक्सिओम-4 मिशन में शुभांशु आइएसएस पर हैं।

Created On :   2 July 2025 6:54 PM IST

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