स्टैनफोर्ड के अर्थ सिस्टम साइंस विभाग में सहायक प्रोफेसर मार्शल बर्क (Marshall Burke) ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से वायु प्रदूषण (Air Pollution) में कमी आई है। जिससे चीन में 50 से 75 हजार लोग समय से पहले मरने से बच गए। इस तरह चीन में वायु प्रदूषण की कमी की वजह से बीस गुना अधिक लोगों की जान बच गई।
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दैनिक भास्कर हिंदी: Corona Crisis: 11 हजार से ज्यादा मौतें, लेकिन कोरोनावायरस का एक फायदा भी, रिसर्चर का दावा-50 हजार से ज्यादा जान बचेंगी
हाईलाइट
- दुनियाभर में कोरोनावायरस को लेकर हाहाकार
- मरने वालों का आंकड़ा 11 हजार के पास हुआ
- कोरोना वायरस के कारण कई देशों ने किया लॉकडाउन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) ने दुनियाभर में तहलका मचा रखा है। मरने वालों की संख्या अबतक 11,244 हो गई है। वायरस की वजह से कई देशों में लॉकडाउन (Lockdown) हो गया है। इस बीच कोरोनावायरस को लेकर बड़ी रिसर्च सामने आई है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (Stanford University) के एक शोधकर्ता ने कहा कि चीन द्वारा किए गए कठोर उपायों से वायु प्रदूषण में कमी आई है। जिससे कई लोगों की जान बच सकती है।


मार्शल बर्क (Marshall Burke) ने बताया कि वायु प्रदूषण और प्री-मैच्योर मौतों के बीच की कड़ी को अच्छी तरह से स्थापित किया गया है। 24 देशों के 652 शहरों और 6 महाद्वीपों के क्षेत्रों में 30 साल के विश्लेषण में सामने आया है कि वायु प्रदूषण का स्तर जितना अधिक होगा, उतनी तेजी से लोग मरते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अनुमान लगाया है कि प्रदूषित हवा में बारीक कणों के संपर्क में आने से हर साल लगभग 7 लाख लोग मारे जाते हैं। वहीं चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने भी माना है कि हुबेई प्रांत में पिछले साल के अपेक्ष इस साल फरवरी में हवा की गुणवत्ता में 21.5% का इजाफा हुआ है। अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि कोरोना के कारण किए गए लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण का स्तर कम हुआ है। लोगों को साफ-सुधरी हवा मिल रही है।

वहीं इटली के वेनिस शहर जहां लॉकडाउन है। यहां भी प्रदूषण कम हुआ है। वेनिस में हर महीने करीब 50 लाख ज्यादा पर्यटक घूमने आते हैं, लेकिन वायरस के चलते नहीं आ रहे हैं। जिससे वेनिस की नहरों का पानी साफ हो गया है। पानी इतना साफ हो गया कि नहर के नीचे का हिस्सा स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।