हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ा भारी, ईरान की कोर्ट ने प्रदर्शनकारी को सुनाई मौत की सजा, दुनियाभर में चर्चा तेज

हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ा भारी, ईरान की कोर्ट ने प्रदर्शनकारी को सुनाई मौत की सजा, दुनियाभर में चर्चा तेज
हिजाब विवाद हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ा भारी, ईरान की कोर्ट ने प्रदर्शनकारी को सुनाई मौत की सजा, दुनियाभर में चर्चा तेज
हाईलाइट
  • अन्य प्रदर्शनकारियों को कैद की सजा सुनाई गई

डिजिटल डेस्क, तेहरान। बीते कई दिनों से ईरान में हिजाब पहनने के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन किया जा रहा है। वहां की मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनने की अनिवार्यता को लेकर सड़कों पर उतर आईं। प्रदर्शन को कुचलने के लिए सरकार की तरफ से  सख्ती जारी है। इसी बीच ईरान की स्थानीय अदालत ने एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुना दी है।

जबकि, अन्य प्रदर्शनकारियों को कैद की सजा सुनाई गई है। जिसके बाद से ईरान में असंतोष की लहर फिर से उठ गई है। प्रदर्शनकारी बुर्का पहनने की अनिवार्यता को खत्म करने की मांग कर रहे हैं लेकिन वहां की सरकार अपने इस कठोर कानून को खत्म नहीं करना चाहती है। 

इस वजह से भड़की थी हिंसा

ईरान में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी हिजाब पहनने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था और उसी वक्त मौत हो गई थी। जिसके बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया था और सड़कों पर खूब बवाल हुआ था। इस घटना के बाद ईरानी महिलाएं पूरी ताकत के साथ हिजाब के खिलाफ सड़क पर उतर आईं और हिजाब उतारकर विरोध भी जताया। 

ईरान की कोर्ट ने सुनाई कठोर सजा

हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन मामले में आरोपियों को ईरान रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने सख्त सजा सुनाई है। इसमें एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा व अन्य पांच को कैद की सजा दी गई है। स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया गया है कि जिस प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई गई है, उस पर सरकारी इमारत में आग लगाने का आरोप है। इसके अलावा पांच अन्य आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नियमों को न मानने व कानून व्यवस्था को भंग करने का दोषी पाया गया है। 

ईरान में हिजाब पहनना है अनिवार्य?

ईरान अपने कड़े नियमों के लिए जाना जाता है। ईरान में रिवोल्यूशनरी कोर्ट का गठन 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद हुआ था। इस कोर्ट को इस्लामिक नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त सजा सुनाने के लिए जाना जाता है। हाल ही में हिजाब पहनने को लेकर मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं। ईरान के इस्लामिक कानून के मुताबिक महिलाओं को हिजाब पहनना अनिवार्य है।

प्रदर्शन करने की वजह से ईरान ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने का ऐलान किया है। हिजाब के खिलाफ सड़कों पर उतरने के कारण ईरान में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया जा चुका है। पिछले दो महीने से हिजाब कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। एक महिला प्रदर्शनकारी की मौत से पूरे देश में प्रदर्शन तेज है। ईरान में महिलाओं को हिजाब पहनना कानूनी रूप से अनिवार्य है। ऐसा न करने पर सख्त सजा का प्रावधान है। 

प्रदर्शन में गई कई लोगों की जान

ईरान में हिजाब पहनने के विरोध में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाया हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में जारी प्रदर्शनों को कुचलने के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने सारी हदें पार दी है। इस वजह से कम से कम 300 लोग मारे जा चुके हैं। इन हिंसक घटनाओं में 40 सुरक्षाबलों की भी जान जा चुकी है। लोगों के आक्रामक प्रदर्शन के बीच में ईरान सरकार बुरी तरह से फंसी हुई है। उग्र प्रदर्शन उसके खिलाफ बड़ी चुनौती बनती जा रही है।


 

Created On :   14 Nov 2022 11:22 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story