गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान भागे, मंत्री का दावा पड़ोसी के घर में कूदे पूर्व पाक पीएम इमरान खान

Former Pak PM jumps from neighbors house to avoid arrest, claims minister
गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान भागे, मंत्री का दावा पड़ोसी के घर में कूदे पूर्व पाक पीएम इमरान खान
पूर्व प्रधानमंत्री की फजीहत गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान भागे, मंत्री का दावा पड़ोसी के घर में कूदे पूर्व पाक पीएम इमरान खान
हाईलाइट
  • उन्हें अदालत के सामने जवाब देना होगा।

डिजिटल डेस्क,इस्लामाबाद।  पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने आवास की दीवार कूदकर पड़ोसी के घर भाग गए यह दावा सोमवार को किसी और ने नहीं बल्कि पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राना सनाउल्लाह ने किया है। द न्यूज के मुताबिक, आंतरिक मंत्री राना सनाउल्लाह ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा : "कल खान को गिरफ्तार करने गई टीम को बहुत नाटक का सामना करना पड़ा। ऐसी अफवाहे हैं कि वह ( इमरान खान) अपने पड़ोसी के घर में (छिपने के लिए) कूद गए। थोड़ी देर बाद वह कहीं से सामने आए और एक बड़ा भाषण दिया।"

बता दें इमरान पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में मिले करोड़ों रुपए के डिप्लोमेटिक तोहफों को बेचकर उनसे मिले पैसे अपने पास रख लिए थे।

सनाउल्लाह की टिप्पणी इस्लामाबाद पुलिस की एक टीम द्वारा पीटीआई प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए लाहौर आने के बाद आई है - लेकिन अदालत के सम्मन के बिना। कानून लागू करने वाले बिना किसी गिरफ्तारी के लौट गए, क्योंकि पार्टी ने उन्हें बताया कि वह घर पर नहीं हैं।

28 फरवरी को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने तोशखाना मामले में लगातार अदालत में पेश नहीं होने पर पूर्व प्रधानमंत्री का गैर जमानती वारंट जारी किया था मंत्री ने माना कि अगर पुलिस पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करना चाहती है तो यह उचित रणनीति नहीं थी। पुलिस उन्हें अदालत के आदेशों के बारे में सूचित करने के लिए वहां गई थी, लेकिन वह एक बेशर्म व्यक्ति हैं।

सनाउल्लाह ने कहा कि जब अधिकारी उन्हें गिरफ्तार करके अदालत में पेश करना चाहते हैं, तो वे बिना किसी हिचकिचाहट के ऐसा करेंगे। मंत्री ने कहा कि तोशखाना उपहारों के मामले में खान ने अपने अधिकार का दुरुपयोग किया।

मंत्री ने यह भी कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री, जिन्हें पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, तब से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें अदालत के सामने जवाब देना होगा।

 

नोट: IANS इनपुट के साथ 

Created On :   7 March 2023 7:54 AM GMT

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