इटली : जेनोवा पुल गिरने से अबतक 39 लोगों की मौत, एक साल तक आपातकाल घोषित

- प्रधानमंत्री ज्यूसपे कॉन्टे ने यहां करीब एक आपातकाल घोषित कर दिया है।
- इटली के जेनोवा में पुल के गिर जाने से अबतक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
- प्रधानमंत्री कॉन्टे ने खोज और बचाव कार्यों के लिए पांच मिलियन यूरो आवंटित किए हैं।
डिजिटल डेस्क, इटली । इटली के जेनोवा शहर में मंगलवार को पुल का एक हिस्सा गिरने से अबतक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना में 13 लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद इटली सरकार ने यहां एक साल के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है।
यह आपातकाल प्रधानमंत्री ज्यूसपे कॉन्टे ने 12 महीने के लिए घोषित किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ज्यूसपे कॉन्टे ने खोज और बचाव कार्यों की सुचारु सुविधा के लिए पांच मिलियन यूरो यानी करीब 40 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं।
इटली के परिवहन मंत्री डेनिलो टोनिनेली ने इस घटना को बड़ी त्रासदी करार दिया है। बताया जा रहा है कि पुल गिरने की यह घटना बारिश के दौरान हुई है। राहत और बचाव कार्य जारी है और यह कोशिश की जा रही है कि मलबे के नीचे दबे लोगों को जिंदा निकाला जा सके, जिसकी संभावना अब बेहद कम है।
इटली की मीडिया के मुताबिक, इस घटना में मोरांदी ब्रिज का करीब 200 मीटर का हिस्सा गिरा है। यह पुल टोल हाईवे का हिस्सा है। बताया जा रहा है करीब 35 कारें और ट्रक 45 मीटर यानी 150 फीट नीचे रेल की पटरियों पर गिर गए थे। पुल के आसपास रहने वालों लोगों को वहां से हटाया जा चुका है। जिनोवा शहर में हजारों लोग पुल गिरने से प्रभावित हुए हैं।
इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी के पास है। पुल का रखरखाव करने वाली कंपनी को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार बताया गया है। यह कंपनी देश के ज्यादातर पुलों के रखरखाव का काम देखती है। बता दें कि जेनोवा इटली के उत्तरपश्चिमी हिस्से में समुद्र और पहाड़ के बीच स्थित है। 1968 में खोला गया मोटरवे पुल जेनोवा शहर में निवासियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख राजमार्ग है। यह मार्ग भूमध्य सागर के साथ, पश्चिमी तटीय शहरों के साथ इतालवी तट को जोड़ता है।
Created On :   16 Aug 2018 3:41 PM IST