पनामा भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर करेगा काम, दो MoUs पर हुए हस्ताक्षर
- ग्वाटेमाला के बाद अब पनामा भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार हो गया है।
- चर्चा के दौरान पनामा खुफिया साझाकरण में सहयोग के लिए सहमत हो गया है। इसके बाद भारत और पनामा ने दो ज्ञापन समझौते (MOU) पर हस्ताक्षर है।
- बुधवार को पनामा में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पनामा के राष्ट्रपति वेरेला ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए बहुत करीब से काम करने के लिए चर्चा की गई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ग्वाटेमाला के बाद अब पनामा भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार हो गया है। बुधवार को पनामा में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पनामा के राष्ट्रपति वेरेला ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए बहुत करीब से काम करने के लिए चर्चा की गई। चर्चा के दौरान पनामा खुफिया साझाकरण में सहयोग के लिए सहमत हो गया है। इसके बाद भारत और पनामा ने दो ज्ञापन समझौते (MOU) पर हस्ताक्षर है।
Vice President Venkaiah Naidu with the whole Indian delegation visited the Panama canal with President of Panama, Juan Carlos Varela Rodrigues Minister of Canal Affairs Roberto Toy. #Panama pic.twitter.com/7foftFcuYX
— ANI (@ANI) May 9, 2018
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पनामा के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वेरेला की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। भारत ने बायो-टेक्नोलॉजी के लिए क्रेडिट की 10 मिलियन डॉलर की लाइन और इनोवेशन सेक्टर के लिए 15 मिलियन डॉलर की पनामा की पेशकश की है। नायडू और पनामा राष्ट्रपति ने अपने संबंधित उम्मीदवार के लिए सुरक्षा परिषद में एक गैर-स्थायी सीट के लिए पारस्परिक समर्थन के बारे में भी बात की। उपराष्ट्रपति नायडू ने भारतीय न्यायालय (आईसीजे) के लिए उम्मीदवारी के लिए भारत को अपना समर्थन देने के लिए पनामा का भी धन्यवाद किया।
Two lines of credit were announced by the Indian govt. 10 million dollar line of credit in Bio-Technology 15 million dollar line of credit in Innovation. We will now wait for concrete proposals from Panama: Preeti Saran, Secretary(East), Ministry of External Affairs in #Panama. pic.twitter.com/44o9uAcRDW
— ANI (@ANI) May 9, 2018
प्रीति शरण ने दी जानकारी
एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्रालय की सचिव (पूर्व) प्रीति शरण ने कहा, "आतंकवाद के खतरे से निपटने में बहुत करीब से काम करने का महत्व भी चर्चा का हिस्सा था। पनामा खुफिया साझाकरण में सहयोग के लिए सहमत हो गया है। आपराधिक मामलों पर मानव तस्करी के मुद्दों और पारस्परिक कानूनी सहायता संधि को भी ध्यान में रखा जाएगा।
प्रीति शरण ने आगे बताया कि भारत और पनामा ने दो ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किए है। इसमें एक राजनयिक अधिकारी और कंसुलर पासपोर्ट के लिए है, जबकि दूसरा एमओयू वीजा छूट और कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए कार्य योजना के लिए हुआ है।
Our relationship with Panama is really old. When railways was coming in Panama, Indian workers had come here to participate in construction of railways also participated in construction of Panama canal: Preeti Saran, Secretary(East), Ministry of External Affairs in #Panama. pic.twitter.com/l26NafJHO4
— ANI (@ANI) May 9, 2018
प्रीति शरण ने कहा कि पनामा ने अपनी भारतीय वीजा नीतियों को भी आसान बना दिया है ताकि भारतीय भागीदारी, व्यापार और पर्यटन की अनुमति मिल सके। पानामा ने नए कानून पेश किए हैं जो कॉलन फ्री ट्रेड जोन में अधिक निवेश को प्रोत्साहित करेंगे। दोनों देशों ने अकादमिक और शिक्षा क्षेत्र में सहयोग के बारे में भी चर्चा की।
ग्वाटेमाला भी जता चुका है सहमति
इससे पहले आतंक के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के ग्वाटेमाला भी अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुका है। इतना ही नही वो देश जो आतंक के लिए वित्तिया सहायता पहुंचाते हैं उनके खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए भारत और ग्वाटेमाला के बीच सहमति भी बनी है।
Created On :   10 May 2018 8:25 AM IST