अमरिकी धमकियों के बावजूद रूस से S-400 मिसाइलें खरीदेगा भारत

Kremlin says India, Russia to Sign Deal For S-400 Air Defence Systems this week
अमरिकी धमकियों के बावजूद रूस से S-400 मिसाइलें खरीदेगा भारत
अमरिकी धमकियों के बावजूद रूस से S-400 मिसाइलें खरीदेगा भारत
हाईलाइट
  • क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि पुतिन भारत के साथ S-400 एयर डिफेंस मिसाइल की सेल का अहम समझौता करेंगे।
  • रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन 4 अक्टूबर को भारत आ रहे हैं।
  • रूस से सैन्य उपकरण खरीदने पर अमेरिका प्रतिबंधों की धमकी देता रहा है।

डिजिटल डेस्क, मोस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 अक्टूबर को भारत आ रहे हैं। उनके इस दौरे पर रवाना होने से पहले क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि पुतिन इस दौरे पर भारत के साथ S-400 एयर डिफेंस मिसाइल का अहम समझौता करेंगे। हालांकि भारत को रूस से सैन्य उपकरण खरीदने पर अमेरिका प्रतिबंधों की धमकी देता रहा है। हाल ही में अमेरिका ने चीन पर भी प्रतिबंध लगा दिए थे। अमेरिका ने यह भी कहा है कि भारत अगर रूस के साथ S-400 मिसाइल डील करता है तो उस पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

पुतिन के विदेश नीति के उच्च सहयोगी यूरी उसाकोव ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति 4 अक्टूबर को भारत के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि इस यात्रा की सबसे महत्वपूर्ण चीज S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का समझौता है। यह डील करीब 5 अरब डॉलर की होगी। पुतिन भारत के साथ सैन्य सहयोग पर भी चर्चा करेंगे। बता दें कि S-400 मिसाइल सिस्टम की खरीद को रक्षा से जुड़ी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने अभी हाल में हरी झंडी दी है। भारत और रूस के बीच इस अहम रक्षा सौदे का ऐलान साल 2016 में गोवा में आयोजित BRICS समिट के इतर पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत के बाद हुआ था।

भारत दौरे पर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पुतिन का तीसरा भारतीय दौरा है। इससे पहले 21 मई को दोनों नेता अनौपचारिक मुलाकात के दौरान सोच्चि में मिले थे। दोनों देश के बीच बातचीत का प्रमुख एजेंडा व्यापार साझेदारी में विशेषाधिकार के अहम पहलुओं पर चर्चा है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान होगा। दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देना और ईरान से कच्चे तेल के आयात पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा पुतिन की यात्रा के केंद्र में होगी।

Created On :   3 Oct 2018 12:14 AM IST

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