मीडिया कश्मीर के बजाए मौलाना की खबरें दिखा रहा है : पाकिस्तानी मंत्री
रायविंड (पाकिस्तान), 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में घरेलू राजनैतिक चुनौतियों से बचने के लिए देश के शासक कश्मीर मुद्दे की लगातार आड़ ले रहे हैं। पाकिस्तान में जमाते उलेमाए इस्लाम (फजल) पार्टी के प्रस्तावित आजादी मार्च को लेकर मीडिया में भी हलचल है। ऐसे में एक मंत्री ने इस तरफ से ध्यान हटाने के लिए कश्मीर का राग अलापा है।
यह मंत्री पाकिस्तान के विवादास्पद रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद हैं। उन्होंने यहां एक रेलवे स्टेशन के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि पाकिस्तान का मीडिया कश्मीर के बजाए जमाते उलेमाए इस्लाम (फजल) के नेता मौलाना फजलुर रहमान की खबरें दिखा रहा है।
शेख रशीद ने कहा कि 27 अक्टूबर कश्मीर दिवस है और मौलाना इस दिन भी (भारतीय प्रधानमंत्री) मोदी को बुरा-भला कहने का मौका नहीं दे रहे हैं।
गौरतलब है कि फजलुर रहमान ने पहले 27 अक्टूबर को इस्लामाबाद में मार्च और धरने का ऐलान किया था। इस पर सत्तारूढ़ नेताओं ने कहा था कि इस दिन भारत ने 1947 में कश्मीर में फौज उतारी थी जिसकी याद में इस दिन कश्मीर दिवस मनाया जाता है। मौलाना ने इस दिन का चयन कर गलती की है। इसके बाद मौलाना ने अपने मार्च और धरने की तिथि बदलकर 31 अक्टूबर कर दी है।
शेख रशीद ने कहा कि मौलाना को बताना चाहिए कि हुकूमत ने ऐसी कौन सी गलती की है कि वह इसे हटाकर घर भेजना चाहते हैं।
कश्मीर पर हमेशा कुछ न कुछ विवादित बोलते रहने वाले शेख रशीद पर रेलवे में भर्तियों में धांधली का आरोप लगा है। इस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने भर्तियों में कोई धांधली नहीं की है। इस बारे में वह तथ्य सबके सामने पेश करेंगे।
शेख रशीद ने ही कुछ दिन पहले यह भविष्यवाणी की थी कि पाकिस्तान और भारत के बीच कश्मीर को लेकर अक्टूबर या नवंबर में पूर्ण युद्ध होगा।
Created On :   18 Oct 2019 6:00 PM IST