गूगल की हेल्प से नासा ने खोजा 8 ग्रहों वाला नया सौरमंडल, 'केप्लर-90i'

NASA has discovered a new solar system with 8 planets kepler90i
गूगल की हेल्प से नासा ने खोजा 8 ग्रहों वाला नया सौरमंडल, 'केप्लर-90i'
गूगल की हेल्प से नासा ने खोजा 8 ग्रहों वाला नया सौरमंडल, 'केप्लर-90i'

डिजिटल डेस्क, लंदन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के हाथ एक बड़ी सफलता मिली है। NASA के केपलर स्पेस टेलिस्कोप ने पृथ्वी के जितना बड़ा ही एक और सोलर सिस्टम ढूंढ निकाला है। बता दें कि यह स्टार सिस्टम पहले ही खोज लिया गया था, अब वहीं पर आठवें ग्रह की भी पहचान कर ली गई है। सूर्य या उस जैसे किसी तारे की परिक्रमा करने के मामले में केपलर-90 सिस्टम की तुलना हमारे सौरमंडल से की जा सकती है।

 


पृथ्वी से 2,545 प्रकाश वर्ष की दूरी  

जानकारी के अनुसार, 8 ग्रहों वाले इस नए सोलर सिस्टम में केप्लर-90 नाम के तारे के चारों तरफ यह ग्रह घूम रहे हैं। इस सोलर सिस्टम की दूरी पृथ्वी से 2,545 प्रकाश वर्ष हैं। एंड्रयू वंडरबर्ग के मुताबिक केप्लर-90 स्टार सिस्टम हमारे सोलर सिस्टम के मिनी वर्जन है। वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोज में पता चला है कि नए खोज गए सोलर सिस्टम में केप्लर-90i पृथ्वी की तरह एक पथरीला ग्रह है। इतना तेज है कि बस 14.4 दिनों में अपने सूरज की परिक्रमा कर लेता है।

 


 

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की ली गई मदद

यानी केप्लर-90i पर एक पृथ्वी की तरह एक वर्ष का समय सिर्फ दो हफ्तों का होगा। नासा ने इस ग्रह के तापमान का आकलन किया है और यह करीब 800 डिग्री फारेनहाइट (426 डिग्री सेल्सियस) है, यह तापमान बुध ग्रह के बराबर है, जोकि सूर्य के बेहद करीब है। इस खोज में गूगल की ओर से आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद भी ली गई है। जो इंसानों के रहने योग्य ग्रहों की तलाश करने में मदद करेगा। गूगल और नासा के इस प्रॉजेक्ट से उम्मीद बढ़ी है कि ब्रह्मांड में किसी ग्रह पर ऐलियन मौजूद हो सकते हैं। नासा के अनुसार, इस खोज से पहली बार स्पष्ट होता है कि दूर कहीं स्टार सिस्टम में हमारे जैसे ही परिवार मौजूद हो सकते हैं।  

 

 

अपने सौरमंडल से है काफी समानता

टेक्सस यूनिवर्सिटी के नासा सगन पोस्टडॉक्टरल फेलो एवं खगोल विज्ञानी एंड्रयू वांडबर्ग ने कहा, "यह नया ग्रह पृथ्वी से करीब 30 फीसदी बड़ा माना जा रहा है। यहां काफी चट्टानें हैं और वातावरण भी घना नहीं है। इस ग्रह की सतह का तापमान काफी ज्यादा है और इससे लोग झुलस सकते हैं। वांडबर्ग के मुताबिक इस ग्रह की सतह का औसत तापमान करीब 800 डिग्री फ़ारनहाइट हो सकता है। बता दें कि केप्लर स्पेस टेलीस्कोप को 2009 में लॉन्च किया गया था, और इसने करीब 1,50,000 तारों को स्कैन किया है। एस्ट्रोनॉमर्स ने केप्लर डाटा के जरिए अब तक 2,500 ग्रहों की खोज की है।

Created On :   15 Dec 2017 11:50 AM IST

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