पाकिस्तान ने तालिबान को दी मान्यता! इस्लामाबाद पहुंचे तालिबानी प्रतिनिधि

Pakistan gives recognition to Taliban! Taliban representatives arrive in Islamabad
पाकिस्तान ने तालिबान को दी मान्यता! इस्लामाबाद पहुंचे तालिबानी प्रतिनिधि
अफगानिस्तान पाकिस्तान ने तालिबान को दी मान्यता! इस्लामाबाद पहुंचे तालिबानी प्रतिनिधि

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद तालिबान सरकार को पाकिस्तान में एंबेसी चलाने की हरी झंड़ी मिल गई है। यहां तक कि तालिबान सरकार ने इस्लामाबाद में अपने प्रतिनिधि को भी भेज दिया है। फिर सवाल उठना लाजमी है कि क्या पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सरकार को मान्यता दे दी है? बता दें कि अभी अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तालिबान को मान्यता नहीं दी है। लेकिन इस बीच तालिबान के इस कदम ने सबको चौंका दिया है। हालांकि, जिस अधिकारी को इस्लामाबाद भेजा गया है उसे आधिकारिक रूप से राजदूत नहीं बताया गया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक तालिबान की तरफ से मोहम्मद शोकैब को पाकिस्तान की राजधानी भेजा गया है। वो यहां एंबेसी के पहले सचिव होंगे। 

अशरफ गनी सरकार ने बुला लिया था राजदूत
इस्लमाबाद में राजदूत का पद तब ही से खाली है जब से पिछली अशरफ गनी की सरकार ने अपने राजदूत को वहां से बुलाया था। वहां अफगानिस्तान के राजदूत नजिबुल्लाह अलिखिल की बेटी का अपहरण हुआ था और फिर उन्हें प्रताड़ित भी किये जाने का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद नजिबुल्लाह को वहां से वापस बुला लिया गया था। पूर्व अफगानिस्तान सरकार के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की उस वक्त कड़ी निंदा भी की थी और अपने राजदूतों के परिवार और दूतावास के कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता भी जाहिर की थी। 

पाकिस्तान आधिकारिक मान्यता नहीं दिया

आपको बता दें कि पाकिस्तान ने अभी आधिकारिक रूप से तालिबान की सरकार को मान्यता नहीं दी है। लेकिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान में सरकार के गठन को लेकर काफी सक्रिय जरुर रहा है। यह भी कहा जाता है कि खूंखार आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान की सरकार में मजबूत करने और मुल्ला बरादर को साइडलाइन करने में भी पाकिस्तान की अहम भूमिका रही है। 

पाक विदेश मंत्रालय का बयान
गौरतलब है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि तालिबान ने हाल ही में इस्लामाबाद में जिस अधिकारी को भेजा है उन्हें दूतावास में संबंधित कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए भेजा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "पाकिस्तान में लाखों अफगानी रिफ्यूजी हैं जिनके वीजा को लेकर इशु आए हैं।" बताया जा रहा है कि शोकेब के अलावा दो अन्य अधिकारियों को कतर और पेशावर में कॉन्सुलेट चलाने के लिए नियुक्त किया गया है।  इनके बारे में भी यहीं कहा गया है कि यह दोनों दूतावास के कामों को फिलहाल देखेंगे।

Created On :   29 Oct 2021 11:41 PM IST

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