हाफिज सईद की गिरफ्तारी नहीं हो सकती : लाहौर HC ने पाक सरकार से कहा

Pakistan Lahore High Court asks government not to arrest Hafiz Saeed
हाफिज सईद की गिरफ्तारी नहीं हो सकती : लाहौर HC ने पाक सरकार से कहा
हाफिज सईद की गिरफ्तारी नहीं हो सकती : लाहौर HC ने पाक सरकार से कहा

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद को लाहौर हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। दरअसल, हाफिज सईज को यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) की निगरानी टीम के पाकिस्तान दौरे से पहले अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा था और इससे बचने के लिए उसने लाहौर हाईकोर्ट में एक पिटीशन फाइल की थी। इस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए पाकिस्तान सरकार से जवाब भी मांगा है। बता दें कि UNSC की टीम गुरुवार को पाकिस्तान पहुंच रही है जो ये जांच करेगी कि पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद और उसके ठीकानों पर कितनी कार्रवाई की।


हाईकोर्ट ने 17 मार्च तक मांगा जवाब

मंगलवार को हाफिज सईद के वकील एके डोगर ने लाहौर हाईकोर्ट में पिटीशन फाइल की थी, जिसमें कहा था पाकिस्तान सरकार, भारत और अमेरिका के दबाव में उसको गिरफ्तार कर सकती है और इस पर रोक लगाई जाए। हाफिज सईद की इस पिटीशन पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के जज अमीन अमीनुद्दीन ने कहा है कि "पाकिस्तान सरकार हाईकोर्ट की मंजूरी के बिना हाफिज को गिरफ्तार नहीं कर सकती।" इसके साथ ही हाईकोर्ट ने 17 मार्च तक पाकिस्तान सरकार से इस मामले में जवाब भी मांगा है।

सईद ने कहा था- मैंने देश के लिए कई काम किए

आतंकी हाफिज सईद ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए मंगलवार को लाहौर हाईकोर्ट में एक पिटीशन फाइल की थी। इस पिटीशन में हाफिज के वकील एके डोगर ने कहा था कि "भारत और अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान सरकार हाफिज सईद को गिरफ्तार कर सकती है। जिसे रोका जाए।" इस पिटीशन में आगे कहा गया था कि "हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियन फाउंडेशन जैसे सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशंस बनाए। इन्हीं के जरिएदेश में 142 स्कूल और 3 यूनिवर्सिटीज बनाईं और समाज की बेहतरी के लिए काफी लंबे समय से काम कर रहे हैं।" पिटीशन में मांग की गई थी कि "हाफिज सईद को पहले ही बिना कोई सबूत के हाउस अरेस्ट (नजरबंद) किया जा चुका है। अब सरकार UNSC की टीम के आने से पहले उसको गिरफ्तार कर सकती है, जिसपर रोक लगाई जाए।"

दो दिन पाकिस्तान में ही रहेगी UN टीम

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, UNSC की Sanction Monitoring Team पाकिस्तान गुरुवार को पाकिस्तान पहुंच रही है। ये टीम 25 और 26 जनवरी को पाकिस्तान में ही रहेगी। इस दौरान UNSC की टीम ये जांच करेगी कि पाकिस्तानी सरकार ने हाफिज सईद और उसके संगठनों के खिलाफ क्या कार्रवाई की? पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को मिलने वाले चंदे और पब्लिक प्रोग्राम करने पर रोक लगा दी है। इसके बाद पता चला कि पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट में फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को रजिस्टर कराने की कोशिश पाकिस्तान सरकार की तरफ से की जा रही है। जिसके बाद भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव डाला।

पाक पीएम ने हाफिज को कहा था- "साहब"

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने 26/11 आतंकी हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद का खुले तौर पर समर्थन किया था। अब्बासी ने हाफिज सईद को साहब और सर कहकर संबोधित किया था। इसके साथ ही सईद के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से इंकार कर दिया था। पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में पाक पीएम अब्बासी ने कहा था कि "किसी भी शख्स पर कार्रवाई तब की जाती है जब उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज हो, लेकिन हाफिज सईद के खिलाफ कोई मामला ही दर्ज नहीं है तो कार्रवाई करने की कोई बात ही नहीं है।" अमेरिका-पाकिस्तान के संबंधों पर अब्बासी ने कहा कि नए साल पर अमेरिकी राष्ट्रपति के किए गए ट्वीट के बाद भी अमेरिका से बात चल रही है। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की संप्रभुता को कोई खतरा होगा तो उसका जवाब दिया जाएगा।

अमेरिका ने कहा था- हाफिज पर कार्रवाई हो

पाकिस्तानी पीएम के इस बयान के बाद अमेरिका ने कहा था कि हाफिज एक आतंकी है और उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। अमेरिकी फॉरेन मिनिस्ट्री की स्पोक्सपर्सन हीथर नोर्ट ने कहा था कि "अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान के खिलाफ मुकदमा चले और हमने इस बारे में अपनी चिंता पाकिस्तान सरकार को भी बता दी है। हाफिज सईद यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की 1267 आतंकियों की लिस्ट में शामिल है। उसका संगठन लश्कर-ए-तौयबा से जुड़ा हुआ है।" इसके आगे हीथर नोर्ट ने कहा है कि "हम चाहते हैं कि हाफिज सईद किसी भी हाल में कानून की गिरफ्त से नहीं छूटना चाहिए। उस पर कड़े कानूनी प्रावधानों के तहत केस चलना चाहिए। इस बारे में हमने अपना रुख पाकिस्तान सरकार को भी साफ कर दिया है।" उन्होंने कहा कि "हमने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी के उस बयान को भी देखा है, जिसमें उन्होंने हाफिज सईद को क्लीन चिट दी थी। हम हाफिज सईद को आतंकवादी मानते हैं और वो एक इंटरनेशनल टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन के लिए काम कर रहा है। वो 2008 मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड था, जिसमें कई अमेरिकियों की भी मौत हुई थी।"

कौन है हाफिज सईद? 

हाफिज सईद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया जा चुका है और वो 26 नवंबर 2008 में हुए मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड था। भारत ने पाकिस्तान को हाफिज सईद के खिलाफ कई सबूत भी दिए, लेकिन पाकिस्तान उस पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसके साथ ही हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का चीफ है और जमात-उद-दावा की कमान भी हाफिज के पास ही है। ये दोनों ही आतंकी संगठन है। पिछले साल ही हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग नाम से पॉलिटिकल पार्टी बनाई है और उसका कहना है कि वो पाकिस्तान में चुनाव लड़ेगा और कश्मीर को आजाद कराएगा। हालांकि पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने हाफिज की पार्टी को रजिस्टर नहीं किया है। 

Created On :   25 Jan 2018 4:16 AM GMT

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