सऊदी अरब ने स्वीकार किया, पत्रकार जमाल खशोगी की इस्तांबुल में हुई मौत
- इस मामले में सऊदी अरब के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- लापता पत्रकार जमाल खशोगी की मौत को सऊदी अरब ने स्वीकार कर लिया है।
- सऊदी अरब के अटॉर्नी जनरल के मुताबिक
- शुरुआती जांच से पता चला है कि खशोगी की सऊदी अरब के इस्तांबुल स्थित वाणिज्यिक दूतावास में एक झड़प के बाद जान चली गई।
डिजिटल डेस्क, रियाद। लापता पत्रकार जमाल खशोगी की मौत को सऊदी अरब ने स्वीकार कर लिया है। हर तरफ से दबाव और करीब दो हफ्ते तक इनकार के बाद सऊदी अरब ने इस बात की पुष्टि की है। सऊदी अरब के अटॉर्नी जनरल के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चला है कि खशोगी की सऊदी अरब के इस्तांबुल में एक झड़प के बाद जान चली गई। हालांकि, अटॉर्नी जनरल ने कहा कि अभी जांच चल रही है। इस मामले में सऊदी अरब के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही डेप्युटी इंटेलिजेंस चीफ अहमद अल असीरी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के कानूनी सलाकार अल थानी को बर्खास्त कर दिया गया है।
Saudi Arabia"s Attorney General has confirmed that preliminary investigations indicate that journalist Jamal Khashoggi died inside the Saudi consulate in Istanbul after a brawl within the premises
— ANI Digital (@ani_digital) October 19, 2018
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गौरतलब है कि खशोगी 2 अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में घुसने के बाद से नहीं देखे गए थे। तुर्की के अधिकारियों ने दावा किया था कि 15 सऊदी एजेंटों ने खशोगी की वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी और उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर डाले। जमाल खशोगी सऊदी अरब के रहने वाले थे और वाशिंगटन पोस्ट में लेख लिखते थे। खशोगी को आखिरी बार सऊदी अरब के इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में प्रवेश करते हुए 2 अक्टूबर को देखा गया था। शुरुआत से ही तुर्की के अधिकारी दावा करते रहे हैं कि खशोगी की हत्या कर दी गई। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यदि सऊदी अरब खशोगी की हत्या का दोषी पाया गया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ट्रंप का यह बयान सऊदी अरब एवं तुर्की के दौरे से लौटे विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा जांच की जानकारी देने के बाद आया है।
Created On :   20 Oct 2018 2:59 AM GMT