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- SpaceX rocket ship blasts off into orbit with NASA astronauts, heralding a new era in human spaceflight
दैनिक भास्कर हिंदी: क्रू डेमो-2 मिशन लॉन्च: नासा ने पहली बार निजी कंपनी के अंतरिक्ष यान से ISS भेजे एस्ट्रोनॉट्स, दोनों पृथ्वी की निचली कक्षा में सुरक्षित पहुंचे
हाईलाइट
- भारतीय समय के अनुसार स्पेसएक्स के रॉकेट ने शनिवार रात करीब 1 बजे उड़ान भरी
- 21 जुलाई 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजा गया
- स्पेसएक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। यूएस की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने निजी कंपनी स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान द क्रू ड्रैगन से दो एस्ट्रोनॉट को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर भेजा। इस मिशन को भारतीय समयानुसार शनिवार रात करीब एक बजे अमरीका के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। यही पहली बार हुआ है कि कोई निजी अंतरिक्षयान के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मिशन की लॉन्चिंग देखने के लिए फ्लोरिडा स्थित स्पेस सेंटर पहुंचे। लॉन्चिंग के कुछ घंटे बाद उन्होंने कहा कि स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल सफलतापूर्वक पृथ्वी की निचली कक्षा में पहुंच गया है। दोनों एस्ट्रॉनॉट्स सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
नौ साल बाद अमेरिकी धरती से भेजा गया मानव मिशन
इस मिशन को ‘क्रू डेमो-2’ और रॉकेट को ‘क्री ड्रैगन’ नाम दिया है। इससे नासा के अंतरिक्ष यात्री रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले 19 घंटे में आईएसएस पहुंचेंगे। 21 जुलाई 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजा गया है। स्पेसक्राफ्ट की लॉन्चिग अमेरिका के सबसे भरोसेमंद रॉकेट फॉल्कन-9 से की गई। स्पेसएक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है। यह नासा के साथ मिलकर भविष्य के लिए कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रही है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने जताई प्रसन्नता
राष्ट्रपति ट्रंप ने मानव अंतरिक्ष यान के लॉन्च होने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मैं यह घोषणा करते हुए काफी प्रसन्न हूं कि स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल सफलतापूर्वक पृथ्वी की आंतरिक कक्षा में पहुंच गया है और हमारे अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित और स्वस्थ हैं। इसी के साथ इस दशक में जो भी समय व्यर्थ हुआ, उसकी पूर्ति हो गई। अब अमेरिकी महत्वाकांक्षा का यह एक नया युग शुरू हो गया है।
नासा का पहला मानव अंतरिक्ष यान
अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट को नासा के सबसे भरोसेमंद 270-फुट फॉल्कन-9 के जरिए प्रक्षेपित किया गया। यह पहला मौका है जब किसी निजी कंपनी के माध्यम से स्पेस में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा गया। इस मिशन का नाम ‘क्रू डेमो-2’ और स्पेसक्राफ्ट का नाम ‘क्री ड्रैगन’ है। गौरतलब है कि एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स नासा के साथ मिलकर भविष्य के लिए कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रही है।
यह नासा का पहला मानव अंतरिक्ष यान है जो लगभग एक दशक में अमेरिका की मिट्टी से लॉन्च किया गया। 2011 में अंतरिक्ष शटल को सेवानिवृत्त किए जाने के बाद से नासा अपने अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन पर ले जाने के लिए रूसी अंतरिक्ष यान के भरोसे रहता है जिसे कजाकिस्तान से प्रक्षेपित किया जाता है। इसकी वजह से अमेरिका पर पैसों का भी भारी दबाव रहता है। यही कारण है कि अमेरिका ने एलन मस्क की कंपनी को आर्थिक मदद देकर उसके स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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