मां ने पाल-पोसकर बड़ा किया, इसलिए बेटे को देने होंगे 6 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी सुना है कि एक बेटा अपनी मां को सिर्फ इसलिए पैसा दे रहा है क्योंकि उसकी मां ने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया है। इस बात से ज्यादातर लोग सहमत ही होंगे, लेकिन किसी को ये सुनने में अजीब भी लग सकती है। लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक शख्स को अपनी मां को इसलिए पैसे देने होंगे, क्योंकि उसकी मां ने उसे पढ़ाया-लिखाया, उसे पाल-पोसकर बड़ा किया। ये मामला ताइवान का है और यहां की सुप्रीम कोर्ट ने एक डेंटिस्ट को अपनी मां को पैसे देने के आदेश दिए हैं। वैसे तो सभी बच्चों को अपने बुजुर्ग मां-बाप का खर्चा उठाना चाहिए, लेकिन ये मामला इन मामलों से काफी हद तक अलग है। आइए जानते हैं क्यों?
मां-बेटे के बीच हुआ था कॉन्ट्रेक्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ताइवान के रहने वाले ये मां-बेटे के बीच एक कॉन्ट्रेक्ट साइन हुआ था, जिसके तहत बेटे को नौकरी लगने के बाद मां को पैसे देने थे। बताया जा रहा है कि मां-बेटे के बीच ये कॉन्ट्रेक्ट 1997 में हुआ था और उस वक्त इस शख्स की उम्र 20 साल थी। इस कॉन्ट्रेक्ट में लिखा था कि जब उसका बेटा कमाने लगेगा, तो मंथली इनकम का 60% अपनी मां को देगा। इस पर बाकायदा बेटे ने भी सिग्नेचर किए थे।
6 करोड़ 10 लाख रुपए देने होंगे
कॉन्ट्रेक्ट साइन होने के बाद भी बेटा अपनी मां को पैसा नहीं दे रहा है, इसलिए मां ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई। मां ने कोर्ट में जहां इस कॉन्ट्रेक्ट का हवाला दिया, वहीं बेटे ने भी कहा कि क्या कोई अपनी मां को सिर्फ इसलिए पैसे दे क्योंकि उसने उसे पाला-पोसा है? हालांकि कोर्ट ने मां के पक्ष में फैसला देते हुए कहा है बेटे को ब्याज समेत पूरे पैसे देने का आदेश दिया है। इस हिसाब से डेंटिस्ट बेटे को अब अपनी मां को 6 करोड़ 10 लाख रुपए देने होंगे।
तलाक होने के बाद मां ने ही पढ़ाया-लिखाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मां की पहचान मिस लुओ से हुई है। मिस लुओ का तलाक बहुत पहले ही हो गया था और उसके दो बेटे हैं। पति से तलाक के बाद मिस लुओ ने ही अपने दोनों बेटों को पढ़ाया-लिखाया और उन्हें पाला पोसा। मिस लुओ ने कोर्ट में बताया कि उसने अपने दोनों बच्चों को डेंटिस्ट बनाने के लिए हजारों डॉलर खर्च कर दिए, लेकिन उन्हें चिंता भी थी कि बुढ़ापे में उनके बच्चे उनका ख्याल रखेंगे या नहीं। इसलिए उन्होंने अपने दोनों बेटे से कॉन्ट्रेक्ट साइन करवाया। बताया जा रहा है कि बड़े बेटे ने अपनी मां के साथ समझौता कर लिया और मामले को निपटा दिया। लेकिन छोटे बेटे, जिसका नाम चू बताया जा रहा है, उसने इस कॉन्ट्रेक्ट को इनवैलिड बताया है।
बेटे का क्या है कहना?
मिस लुओ के छोटे बेटे चू ने 20 साल पहले किए गए इस कॉन्ट्रेक्ट को पूरी तरह से इनवैलिड बताया है। चू का कहना है कि उसने ग्रेजुएशन के बाद अपनी मां की ही डेंटल क्लीनिक में काम किया। इस दौरान उसकी मां ने खूब पैसे कमाए। चू ने कोर्ट में दलील दी थी कि उसकी मां ने उस दौरान बहुत कमाई की थी और वो पैसे उससे कहीं ज्यादा थे, जिसकी मांग आज उसकी मां कर रही है।
कोर्ट का क्या है कहना?
ताइवान की सुप्रीम कोर्ट ने फैसला मां के पक्ष में ही दिया है। कोर्ट ने मिस लुओ के छोटे बेटे चू को आदेश दिया है कि वो अपनी मां को कॉन्ट्रेक्ट के मुताबिक, 6 करोड़ 10 लाख रुपए देगा। कोर्ट ने ये भी कहा है कि जिस समय मां और बेटों के बीच कॉन्ट्रेक्ट हुआ, उस वक्त उनका छोटा बेटा चू बालिग था और उस पर किसी तरह का कोई प्रेशर नहीं था। लिहाजा अब चू को अपनी मां को पैसा देना होगा।
Created On :   6 Jan 2018 9:32 AM IST