माल्या, मोदी समेत 58 भगोड़ों को वापस भारत लाने की तैयारी में सरकार

माल्या, मोदी समेत 58 भगोड़ों को वापस भारत लाने की तैयारी में सरकार
हाईलाइट
  • 58 भगोड़ों को वापस भारत लाने की तैयारी
  • चौकसी के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी
  • यह भगोड़े भारत में घोटाले करने के बाद विदेशों में रह रहे हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को संसद में जानकारी दी कि वह विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, नितिन और चेतन संदेसरा, ललित मोदी समेत कुल 58 भगोड़ों को वापस लाना चाहती है। यह वो भगोड़े हैं जो भारत में घोटाले करने के बाद विदेशों में रह रहे हैं। इन सभी भगोड़ों को वापिस भारत लाने के लिए इंटरपोल में रेड कॉर्नर नोटिस और इनके प्रत्यर्पण की मांग की गई है।

अन्य भगोड़ों को भी वापस लाने की तैयारी
सरकार ने संसद में बताया कि इन 58 भगोड़ों के अलावा सरकार के साथ सीबीआई, ईडी, डीआरआई जैसी जांच एजेंसियों ने 16 अन्य प्रत्यर्पण की मांगें यूएई, यूके, बेल्जियम, इजिप्ट, अमेरिका, ऐंटीगुआ जैसे देशों में कर रखी हैं। लोकसभा में बुधवार को विदेश मंत्रालय की ओर से एक विस्तृत जवाब में कहा गया कि अक्टूबर में सरकार ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद घोटाले में दो बिचौलियों के प्रत्यपर्ण की मांग भी इटली से की है।

मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को वापस भारत लाए जाने के संबंध में विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। वहीं नीरव मोदी के खिलाफ अगस्त में प्रत्यर्पण की दो अन्य मांगें भी भेजी जा चुकी हैं। नीरव मोदी के भाई नीशल और नजदीकी सहयोगी सुभाष परब के लिए भी यूएई से प्रत्यर्पण की मांग की गई है। नीशल के लिए बेल्जियम और परब के लिए इजिप्ट से भी प्रत्यर्पण की मांग की गई है। 

इनके प्रत्यर्पण की भी मांग
ऐंटिगुआ से मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण की मांग की गई है और चौकसी के खिलाफ हाल में इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कि जा चुका है। इसके साथ ही गुजराती बिजनसमैन आशीष जोबनपुत्र और उसकी पत्नी प्रीति के लिए अमेरिका से और पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के लिए सिंगापुर से प्रत्यर्पण किए जाने की मांग की गई है। इनके अलावा कुछ अन्य भगोड़ों के लिए हॉन्ग कॉन्ग, यूएई और मॉरिशस में प्रत्यर्पण याचिकाएं भेजी गई हैं।


 

Created On :   20 Dec 2018 2:52 AM GMT

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