अमेरिका में 'गन कल्चर' के खिलाफ सड़कों पर उतरे लाखों छात्र

Thousands of US students demanding action against gun violence
अमेरिका में 'गन कल्चर' के खिलाफ सड़कों पर उतरे लाखों छात्र
अमेरिका में 'गन कल्चर' के खिलाफ सड़कों पर उतरे लाखों छात्र

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका के फ्लोरिडा में पिछले दिनों स्कूल में हुई गोलीबारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। जिसके बाद अमेरिका में लोग "बंदूक नीति" का विरोध कर रहे है। अब इस विरोध ने विकराल रुप ले लिया है और अमेरिका में छात्रों ने "बदूक नीति" का विरोध करते हुए मोर्चा खोल लिया है। रविवार को वाशिंगटन के सामने लाखों छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़कें पूरी तरह से छात्रों से भर गईं। छात्रों ने इस मार्च को "March For Our Lives" नाम दिया है। छात्र संगठनों के अलावा कई एनजीओ भी इस मार्च में भाग ले रहे हैं।

 

 

"बंदूक नीति" में बदलाव की मांग कर रहे छात्र

 

इस मार्च में यूनिवर्सिटी और स्कूलों के छात्रों की मांगे हैं कि अमेरिकी सरकार मौजूदा गन नीति को बदले, छात्रों का कहना है कि देश के नेतृत्व को इस पर कोई बड़ा फैसला लेना चाहिए। छात्र इस दौरान कई तरह के प्लेकार्ड लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इनमें से ही एक था "हमारा मताधिकार ही हमारा हथियार हो"। बता दें, अमेरिका में लगभग हर घर में बंदूक है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में बंदूक के गलत इस्तेमाल की घटनाएं सामने आई हैं। जिसको लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। इस मार्च में छात्रों के साथ उनके अभिभावक और कई बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। इसके अलावा, कई हॉलीवुड कलाकारों ने सोशल मीडिया के जरिए छात्रों का समर्थन किया। प्रदर्शन के दौरान छात्र गोलीबारी की घटनाओं में मारे गए।

 

व्हाइट हाउस ने की इस मार्च की तारीफ 

व्हाइट हाउस ने इस मार्च की तारीफ की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता लिंडसे वॉल्टर्स ने कहा कि छात्रों का यह मार्च निकालना एक ऐतिहासिक घटना है। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इस पर कोई बयान नहीं आया है। वहीं, व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बच्चों की सुरक्षा को लेकर तत्पर हैं।

 

 

ओबामा ने भी दिया समर्थन

पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने छात्रों के इस मार्च का समर्थन किया है। ओबामा ने ट्वीट कर कहा कि वह और उनकी पत्नी मिशेल छात्रों के साथ हैं। जिस तरह छात्र अपनी मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं, उससे हमें प्रेरणा मिलती है। 

 

 

छात्र क्यों कर रहे हैं विरोध

पिछले दिनों अमेरिका में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। इसी साल फरवरी में अमेरिका के फ्लोरिडा के एक स्कूल में हुई गोलीबारी ने सभी की आंखों में आंसू ला दिए थे। इसमें 17 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें कुछ छात्र भी शामिल थे। 2017 में भी एक व्यक्ति ने म्यूजिक कॉन्सर्ट में अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें 59 लोगों की जान गई थी। अमेरिका में कई भारतीय समुदाय के लोगों पर भी जानलेवा हमला हो चुका है। वहीं, इसी महीने की शुरुआत में भी एक 9 साल के लड़के ने अपनी बड़ी बहन को गोली मार दी थी। वहीं, अलाबामा के हाई स्कूल में एक छात्र के द्वारा की गई गोलीबारी में एक छात्रा की मौत हो गई थी। जिसके बाद अब लगातार ऐसी घटनाऐं बढती जा रहीं हैं। जिसके विरोध में यह छात्र आज सड़को पर उतरे थे।

 

अमेरिका में 40 फीसदी लोगों के पास बंदूक
 

एक अमेरिकी एजेंसी के सर्वे के मुताबिक, करीब 40 फीसदी अमेरिकी ये मानते हैं कि उनके पास बंदूक है। 2016 की बात करें तो अमेरिका में सिर्फ बंदूक के कारण ही 11 हजार मौतें हुई थीं, जो दुनिया में हुई गोलीबारी की घटनाओं में 64 फीसदी है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में बंदूक हत्या दर कनाडा की अपेक्षा 6 गुना ज्यादा है।

Created On :   25 March 2018 9:28 AM IST

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