- Dainik Bhaskar Hindi
- International
- UK court rejects Nirav Modi’s bail plea for third time, to remain in custody till May 24
दैनिक भास्कर हिंदी: तीसरी बार खारिज हुई नीरव मोदी की जमानत याचिका, 24 मई तक रहना होगा कस्टडी में
हाईलाइट
- ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भगोड़े हिरा कारोबारी नीरव मोदी की जमानत याचिका तीसरी बार खारिज कर दी है।
- नीरव को अब कम से कम 24 मई तक कस्टडी में ही रहना होगा।
- नीरव मोदी को 19 मार्च को हिरासत में लिया गया था।
डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की जमानत याचिका तीसरी बार खारिज कर दी है। नीरव को अब कम से कम 28 दिन और कस्टडी में ही रहना होगा। बता दें कि 48 वर्षीय व्यवसायी यूनाइटेड किंगडम में 13700 करोड़ रुपए से ज्यादा के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रत्यर्पण कार्यवाही का सामना कर रहा है। नीरव मोदी को 19 मार्च को हिरासत में लिया गया था।
काली स्वेटर पहने नीरव मोदी की वांड्सवर्थ जेल से वीडियो-लिंक के माध्यम से सुनवाई हुई। इस दौरान नीरव मोदी ने अपने नाम की पुष्टी करने के अलावा कुछ भी नहीं कहा। संक्षिप्त सुनवाई के अंत में, वेस्टमिंस्टर कोर्ट की चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बथनॉट ने कहा, 'मोदी आपकी 24 मई को वीडियो-लिंक के माध्यम से एक और छोटी सुनवाई होगी, जबकि पूरी सुनवाई 30 मई को होगी जिसमें आपको व्यक्तिगत रूप से पेश किया जाएगा।
इससे पहले 29 मार्च को नीरव मोदी की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया गया था। क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस के टोबी कैडमैन ने कोर्ट में कहा था कि नीरव मोदी को जमानत नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि नीरव ने एक गवाह को फोन करके जान से मारने की धमकी दी है। इतना ही नहीं वह भारतीय एजेंसियों के साथ भी सहयोग नहीं कर रहा है। कैडमैन ने कहा था हो सकता है कि नीरव जमानत मिलने के बाद देश छोड़कर चला जाए। नीरव गवाहों को प्रभावित करने और सबूतों को नष्ट करने का भी प्रयास कर सकता है।
नीरव मोदी के एडवोकेट क्लेयर मोंटगोमरी ने कहा था उनके क्लाइंट जनवरी 2018 से ब्रिटेन में है। उन्हें अगस्त 2018 से पता है कि उनके प्रत्यर्पण की कोशिशें की जा रही है और उनके लिए दुनिया में कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है। क्लेयर ने कहा था कि वह ब्रिटेन में खुलेआम रहते हैं और कभी भी उन्होंने छिपने का कभी प्रयास नहीं किया।
उन्होंने कहा, बचाव पक्ष का सुझाव है कि नीरव मोदी को ज़मानत देकर घर में नज़रबंद कर दिया जाए और उनकी इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग भी की जा सकती है जो कि पहले से ज़्यादा सख़्त है और इस दौरान वो स्थानीय पुलिस स्टेशन को रिपोर्ट कर सकते हैं। आप उन्हें ख़ास तरह का फ़ोन दे सकते हैं ताकि अधिकारी हमेशा उनसे संपर्क में रहे।
बचाव और अभियोजन दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद मोदी की जमानत याचिका को खारिज करते हुए, मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बथनॉट ने कहा था 'नीरव मोदी ने दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक दूरस्थ द्वीप देश वानूअतू की नागरिकता हासिल करने की कोशिश की थी। इससे पता चलता है कि नीरव एक महत्वपूर्ण समय में भारत से दूर जाने की कोशिश कर रहे थे।' कोर्ट को ये बताया गया था कि नीरव मोदी ने 200,000 अमेरिकी डॉलर के निवेश के आधार पर वानुआतु की नागरिकता हासिल करने की कोशिश की थी। हालांकि नीरव मोदी के खिलाफ भारत में चल रही आपराधिक जांच के चलते उनके नागरिकता के अनुरोध को खारिज कर दिया गया।
बता दें कि लंदन की सड़कों पर घूमते हुए देखे जाने के बाद नीरव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। नीरव ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी लेकिन इसे खारिज कर दिया गया था। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया था। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने लंदन की सड़को पर नीरव को देखे जाने के बाद कहा था कि 'हम नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर कार्यवाही कर रहे हैं। लंदन में वह देखा गया, इसका यह मतलब नहीं है कि हम उसको तुरंत भारत ले आएंगे। इसके लिए एक प्रक्रिया होती है, जो हम कर रहे हैं।'
गौरतलब है कि ED और CBI मुंबई में पीएनबी की ब्रैडी हाउस ब्रांच में हुए 13,700 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की जांच कर रही है। इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी पर है। दोनों ही घोटाले को अंजाम देने के बाद देश से फरार हो गए थे।
भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा लर्निंग एंड डेवलपमेंट की पहल के तहत बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में "टीम बिल्डिंग, टाइम मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स" विषय एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आईसेक्ट भोपाल की कॉर्पोरेट एचआर टीम इस अवसर पर बिलासपुर में उपस्थित रही और श्रीमती पुष्पा कश्यप की अध्यक्षता में टीम एचआर, बिलासपुर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस इंटरैक्टिव सत्र में 80 से अधिक फैकल्टी सदस्यों ने अपनी पूरी भागीदारी के साथ भाग लिया। विशेषज्ञ प्रख्यात वक्ता श्रीमती गीतिका जोशी जो प्रबंधन और सॉफ्ट स्किल्स में एक कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने बात करते हुए टाइम मैनेजमेंट के कई टिप्स दिए और कार्यस्थल पर प्रोडक्टिव होने के तरीके बताए। श्री गौरव शुक्ला, डॉ. सीवीआरयू के रजिस्ट्रार और प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती जयती मित्रा ने इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को अपस्किल करने में एलएंडडी/कॉर्पोरेट एचआर टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुछ अंतराल पर अपने तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। सीवीआरयू बिलासपुर के चांसलर श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह की निदेशक श्रीमती अदिति चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सफलता पर टीम सीवीआरयू और कॉर्पोरेट एचआर/एल एंड डी को बधाई दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: नीरव मोदी की ये करोड़ों की लग्जरी कारें होंगी नीलाम, देखें लिस्ट
दैनिक भास्कर हिंदी: पीएनबी घोटाला मामला : नीरव मोदी से जुड़े मामले की सुनवाई के लिए अलग कोर्ट आवंटित
दैनिक भास्कर हिंदी: हाईकोर्ट में सुनवाई : ‘पीएम मोदी’ की रिलीज पर चुनाव आयोग ले फैसला, नीरव की पेंटिंग नीलामी पर रोक नहीं
दैनिक भास्कर हिंदी: लंदन कोर्ट में बोला नीरव मोदी...बेटा कुत्ते के साथ अकेला रह रहा, बेल दे दीजिए
दैनिक भास्कर हिंदी: हिरासत में ही रहेगा नीरव मोदी, लंदन की कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका