यूएनईपी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त दृष्टिकोण का आह्वान किया

UNEP calls for joint approach to tackle climate change
यूएनईपी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त दृष्टिकोण का आह्वान किया
यूएनईपी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त दृष्टिकोण का आह्वान किया
हाईलाइट
  • यूएनईपी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त दृष्टिकोण का आह्वान किया

नैरोबी, 14 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) ने प्रकृति को बचाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण का आह्वान किया है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को नैरोबी में जारी एक रिपोर्ट में यूएनईपी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता जुड़वां संकट हैं, जिनसे एक साथ निपटना चाहिए।

रिपोर्ट से पता चलता है कि जैव विविधता और कार्बन स्टॉक दोनों के संरक्षण के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का समन्वय प्रकृति और जलवायु दोनों के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है।

यूएनईपी वल्र्ड कंजर्वेशन मॉनिटरिंग सेंटर (यूएनईपी-डब्ल्यूसीएमसी) की सह-लेखन रिपोर्ट में उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया है, जहां वैश्विक संरक्षण कार्रवाई जैव विविधता लक्ष्यों को प्राप्त करने और जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए सबसे अधिक वितरित कर सकती है।

यूएनईपी के कार्यकारी निदेशक इंगर एंडरसन ने कहा, प्रकृति से पूर्ण योगदान के बिना कोई जलवायु समाधान नहीं है। एंडरसन ने जैव विविधता संरक्षण के लक्ष्य पर जोर दिया।

रिपोर्ट के लेखकों में से एक और यूएनईपी-डब्ल्यूसीएमसी के जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के प्रमुख, वैलेरी कपोस ने कहा, यह विश्लेषण दुनिया भर में उन स्थानों पर प्रकाश डालता है, जहां संरक्षित भूमि, सुरक्षित रूप से संरक्षित प्रजातियों के लिए कार्बन भंडार को सुरक्षित रखने और दोनों को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है।

निष्कर्षों से पता चलता है कि जैव विविधता के नुकसान और ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के लिए अधिक महत्वाकांक्षा और कार्रवाई की आवश्यकता है।

एकेके/आरएचए

Created On :   14 Nov 2020 1:30 PM GMT

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