उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू मध्य अमेरिका की यात्रा के तीसरे चरण में पहुंचे पेरू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू मध्य अमेरिका की यात्रा के तीसरे चरण में शुक्रवार को पेरू पहुंचे। नायडू की पेरू यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत और पेरू के राजनयिक संबंधों के 55 साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर वहां एक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। गौरतलब है कि पेरू में करीब एक महीने पहले ही नई सरकार सत्ता में आई है। बता दें कि नायडू सेंट्रल अमेरिका के ग्वाटेमाला, पनामा और पेरू के पांच दिवसीय दौरे पर हैं। नायडू इन लैटिन अमेरिकी देशों के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने पर जोर दे रहै हैं।
Vice President Venkaiah Naidu arrives in Peru. #Peru pic.twitter.com/iWR9shYvG1
— ANI (@ANI) May 10, 2018
पनामा में दो एमओयू पर समझौते
इससे पहले नायडू 7 मई को पनामा पहुंचे थे। उपराष्ट्रपति की पनामा यात्रा के दौरान दो एमओयू पर समझौते हुए। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पनामा के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वेरेला की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे।
Vice President Venkaiah Naidu departs for Peru from Panama. #Panama pic.twitter.com/x5QkPrCwj3
— ANI (@ANI) May 10, 2018
भारत ने बायो-टेक्नोलॉजी के लिए क्रेडिट की 10 मिलियन डॉलर की लाइन और इनोवेशन सेक्टर के लिए 15 मिलियन डॉलर की पेशकश की है। उपराष्ट्रपति ने शिपिंग, वित्तीय एवं बैंकिंग क्षेत्र में लॉजिस्टिक से जुड़े विषयों पर सहयोग के बारे में चर्चा की। पनामा में उपराष्ट्रपति ने पनामा विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित भी किया था।
ग्वाटेमाला में एक एमओयू पर समझौता
पनामा से पहले उपराष्ट्रपति ग्वाटेमाला ति ग्वाटेमाला पहुंचे जहां भारत के साथ राजनयिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए। आतंक के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने में ग्वाटेमाला भी अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुका है। इतना ही नही वो देश जो आतंक के लिए वित्तीय सहायता पहुंचाते हैं उनके खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए भारत और ग्वाटेमाला के बीच सहमति भी बनी है। इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए उच्च स्तर पर बढ़ी भागीदारी को दुनिया के विभिन्न देशों और क्षेत्रों तक पहुंचाने की सरकार की रणनीति रहेगी।
Created On :   11 May 2018 5:43 AM GMT