केपटाउन में खत्म हुआ पानी, लोगों के नहाने पर भी लगा बैन

Water Crisis In Cape town, The Ban On Peoples Bath
केपटाउन में खत्म हुआ पानी, लोगों के नहाने पर भी लगा बैन
केपटाउन में खत्म हुआ पानी, लोगों के नहाने पर भी लगा बैन

डिजिटल डेस्क, केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में पिछले तीन सालों से चले आ रहे सूखे के चलते लोगों को भारी जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये बन गए है कि लोगों को सप्ताह में दो बार नहाने की सलाह दी है। इसके साथ ही डे जीरो घोषित करने की भी तैयारी कर ली गई है। 

गौरतलब है कि हर साल औसतन 508 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती है, लेकिन पिछले तीन साल में ये आंकड़ा सिर्फ 153 मिमी, 221 मिमी और 327 मिमी रहा है। इसी के चलते पानी की कमी को देखते हुए सरकार ने हर रोज पानी के निजी इस्तेमाल की सीमा 87 से 50 लीटर कर दी है। इसके साथ ही डे-जीरो के तहत कैपटाउन में 75 फीसदी घरों की पानी सप्लाई काटने की योजना है।


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क्या होता डे-जीरो ?

डे-जीरो का मतलब शहर में करीब 75 फीसदी घरों में पानी की सप्लाई काट दी जाएगी। पूरे शहर में करीब 200 वॉटर कलेक्शन प्वाइंट बनाए जाएंगे। जहां लोगों को रोजाना सिर्फ 25 लीटर पानी ही मिलेगा। जो प्वाइंट बनाए गए है वो पुलिस और अधिकारियों की निगरानी में रहेंगे। डे- जीरो के तहत 10 लाख से ज्यादा घरों में पानी नहीं पहुंचेगा। 

पानी बचाने के लिए अपील

शहर में पानी को लेकर मचे हाहाकार को देखते हुए सरकार ने लोगों से पानी बचाने की अपील की है। लोगों से कहा जा रहा है कि वो टॉयलेट में फ्लश करने की बजाय टंकी के पानी का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही सप्ताह में दो बार से ज्यादा नहीं नहाएं। बताया जा रहा है कि अब पानी की कमी को देखते हुए नालियों के पानी को रिसाइकल करने की तैयारी कर ली गई है। हालांकि हॉस्पिटल  और स्कूलों में पानी की सप्लाई बंद नहीं की जाएगी। 

लेवल-6 वॉटर क्राइसिस अलर्ट घोषित

खबरों के मुताबिक, केपटाउन में लेवल-6 वॉटर क्राइसिस अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इसका मतलब है कि पीने के पानी को फूल और पेड़-पौधों के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। अगर कोई ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उसपर करीब 10 हजार रैंड यानी 51 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

Created On :   9 Feb 2018 8:16 AM IST

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