अमेरिका: न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी अपनी पत्नी रामा दुवाजी के साथ एक कमरे के किराए के मकान से अब बंगले में होंगे शिफ्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी अपनी पत्नी रामा दुवाजी के साथ एक कमरे के किराए के मकान से अब बंगले में शिफ्ट होंगे। इस एक कमरे के मकान में कई बार लीकेज के चलते पानी जमा हो जाता है। लेकिन मेयर चुनाव जीतने के बाद ममदानी की लाइफ में बड़ा चेंज आया है। अब वे किराए के मकान से एक शानदार बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं। यह शानदार बंगला न्यूयॉर्क मेयर का आधिकारिक आवास है, जो अपनी लग्जरी, शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है। 11 हजार वर्ग फुट में फैले इस मेयर के आधाकारिक आवास को ग्रेसी मेंशन के नाम से जाना जाता है। जिसमें खूबसूरत झूमर, शानदार गेट , खिड़कियां और एक बड़ा सा गार्डन है, जिसमें सेब के पेड़ लगे हैं। सब्जियां उगाने के लिए भी एक बगीचा अलग से है।
उनकी जिंदगी का सफर एक फिल्मी सफर की तरह है, जोहरान का जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं। जोहरान की मां मीरा नायर एक मशहूर फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने 'मानसून वेडिंग', 'द नेमसेक' और 'मिसिसिपी मसाला' जैसी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का निर्देशन किया है। उनके पिता महमूद ममदानी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में मानव विज्ञान के प्राध्यापक हैं।
ममदानी ने न्यूयॉर्क रेडियो के साथ बातचीत में संकेत दिए थे कि अब उन्हें एक कमरे का मकान छोटा पड़ता है। हालांकि अभी तक ममदानी ने तय नहीं किया है कि वे मेयर के बंगले में शिफ्ट करेंगे या नहीं। एक हालिया इंटरव्यू में ममदानी ने कहा कि 'मुझे अभी नहीं पता कि मैं कहां रहूंगा, लेकिन मुझे इतना पता है कि मैं सिटी हॉल से काम करूंगा। आपको बता दें हाल ही में 34 वर्षीय जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर के चुनाव में जीत दर्ज की है। ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और पहले भारतीय अमेरिकी मेयर हैं। जोहरान का चुनावी एजेंडा Progressive and leftist प्रोग्रेसिव और लेफ्टिस्ट है। वह अमीरों पर टैक्स बढ़ाने, सरकारी स्तर पर किराना स्टोर खोलने और प्रवासियों के अधिकारों के लिए लड़ने का वादा कर रहे हैं। हालांकि, इससे कारोबारी वर्ग और रियल एस्टेट लॉबी नाराज है।
राजनीति में जोहरान का असली आगाज 2020 में हुआ, जब वो न्यूयॉर्क विधानसभा के लिए चुने गए। क्वींस के एस्टोरिया इलाके से विधायक बनने के बाद उन्होंने बसों में मुफ्त सफर करने की योजना लागू करवाई और इजराइल की बस्तियों को समर्थन देने वाले संगठनों पर रोक लगाने का प्रस्ताव भी रखा। यहीं से ममदानी की लोकप्रियता बढ़ती चली गई।
Created On :   9 Nov 2025 10:05 AM IST












