श्रीलंका: पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को भ्रष्टाचार के आरोपों में कोर्ट से मिली जमानत

पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को भ्रष्टाचार के आरोपों में कोर्ट से मिली जमानत
  • निमंत्रण श्रीलंका के राष्ट्रपति होने के नाते मिला था, न कि निजी तौर पर
  • गिरफ्तारी के बाद पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की तबीयत बिगड़ी, आईसीयू में भर्ती
  • वर्चुअल तरीके से अदालत में पेश हुए विक्रमसिंघे

डिजिटल डेस्क, कोलंबो। भ्रष्टाचार के आरोप में जेल रिमांड पर गए श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को आज मंगलवार को एक कोर्ट ने जमानत दे दी। आपको बता दें बीते शुक्रवार पुलिस की आपराधिक जांच विभाग ने पूर्व राष्ट्रपति विक्रमसिंघे को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया था। इस मामले ने श्रीलंका की राजनीति में बड़ी हलचल पैदा कर दी। एक तरफ विरोधी दल इसे सत्ता का दुरुपयोग बता रहे हैं, दूसरी तरफ विक्रमसिंघे और उनके समर्थक इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई कह रहे हैं।

सीआईडी ने 22 अगस्त की रात विक्रमसिंघे को गिरफ्तार कर कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने विक्रमसिंघे को 26 अगस्त तक रिमांड पर जेल भेज दिया। विक्रमसिंघे को राजधानी कोलंबो की मैगजीन रिमांड जेल में रखा गया। गिरफ्तारी के बाद पूर्व राष्ट्रपति की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, पहले उन्हें जेल अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत गंभीर होने पर उन्हें कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। विक्रमसिंघे को डिहाइड्रेशन की समस्या हो गई थी। आपको बता दें आज न्यायालय में जब सुनवाई हुई तो विक्रमसिंघे अस्पताल के आईसीयू से ही जूम के जरिए ही कार्ट कार्यवाही में शामिल हुए। कोर्ट कार्यवाही कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट निलुपुली लंकापुरा की अध्यक्षता में हुई।

आपको बता दें पूर्व राष्ट्रपति पर आरोप है कि उन्होंने 2023 में लंदन यात्रा के दौरान 16.6 मिलियन श्रीलंकाई रुपये (एलकेआर) यानी करोड़ों रुपये सरकारी निधि से खर्च किए। यात्रा के दौरान विक्रमसिंघे ने अपनी पत्नी मैत्री के विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। उन पर आरोप है कि यह उनकी निजी यात्रा थी और इसे सरकारी दौरे के नाम पर सरकार फंड से खर्च किया गया। हालांकि विक्रमसिंघे ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज दिया। उनका कहना है कि उनका यह लंदन दौरा पूरी तरह से आधिकारिक दौरा था, क्योंकि उन्हें यह निमंत्रण श्रीलंका के राष्ट्रपति होने के नाते मिला था, न कि निजी तौर पर। आज कोर्ट सुनवाई के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था और अदालत परिसर के बाहर हो विरोध प्रदर्शनों के बीच न्यायालय ने विक्रमसिंघे को जमानत दे दी।

Created On :   26 Aug 2025 6:44 PM IST

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