दक्षिण चीन सागर: विवादित समुद्री हिस्से सेकंड थॉमस शोल में कई चीजें पहुंचा रही थी फिलीपींस सेना, तभी चीन ने बाधित किया संचार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फिलीपींस सेना दक्षिण चीन सागर के लंबे समय से विवादित जलमग्न हिस्से सेकंड थॉमस शोल में सामान और नौसेना के नए अधिकारियों को भेजा है। जैसे ही चीन को इसके बारे में जानकारी लगी, ड्रैगन ने संचार को बाधित कर दिया। चीन के संचार बाधा करने के कदम को लेकर कहा जा रहा है कि उसने ये कदम इसलिए उठाया है ताकि अमेरिका और दूसरे देशों के ड्रोन निगरानी ना कर सकें, क्योंकि कुछ अन्य देशों ने दक्षिण चीन सागर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद का वादा किया है।
आपको बता दें ये हिस्सा लंबे समय से दक्षिण चीन सागर में विवादित है। यहां चीनी जहाज और सैनिक तैनात रहते है। फिलीपींस ने अब खाद्य सामग्री, ईंधन और नए कर्मियों को सेकंड थॉमस शोल में पहुंचाया। पिछले साल से अब तक फिलीपींस सेना बिना किसी टकराव के 12 बार ऐसे आपूर्ति मिशन कर चुकी है।
चीन और फिलीपींस दोनों देशों के बीच जुलाई 2024 में एक अस्थायी गैर-आक्रामक नॉन इनवैसिव समझौता हुआ था, ताकि इस विवादित इलाके में किसी भी झड़प ना हो। हालांकि अगस्त में चीन ने इस हिस्से पर और अधिक तटरक्षक और संदिग्ध मिलिशिया जहाज भेजे, जिनमें कुछ पर भारी मशीनगनें थीं और साथ में एक हेलिकॉप्टर और एक मानवरहित निगरानी ड्रोन भी शामिल थे।
कई घंटों चलने वाले फिलीपींस के सामग्री और अधिकारी भेजने के अभियान के दौरान चीन के सरकारी जहाजों ने संचार को बाधित किया। फिलीपींस के दो शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को मामले की संवेदनशीलता के कारण नाम न बताने की शर्त पर इसकी जानकारी मीडिया से साझा की। हालांकि अधिकारियों ने अधिक जानकारी मीडिया को नहीं बताई।
अधिकारियों का कहना है कि चीनी तटरक्षक और अन्य जहाजों की मौजूदगी के बावजूद यह आपूर्ति बिना किसी अप्रिय घटना के सफलतापूर्वक पूरी हुई। इस पर चीन की ओर से अभी तक कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। लेकिन चीन इस इलाके पर पहले भी दावा कर चुका है। ड्रैगन पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। इस संबंध में चीन अनेक बार फिलीपींस को चेतावनी दे चुका है कि वह इलाके पर फंसे अपने युद्धपोत बीआरपी सिएरा माद्रे को वहां से हटा ले।
Created On :   18 Nov 2025 2:50 PM IST












