अब सेफ सेक्स के लिए कॉन्डम नहीं, इस जैल का करें प्रयोग

American Researchers are Prepare a New Male Contraceptive Gel
अब सेफ सेक्स के लिए कॉन्डम नहीं, इस जैल का करें प्रयोग
अब सेफ सेक्स के लिए कॉन्डम नहीं, इस जैल का करें प्रयोग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असुरक्षित सेक्स का डर और कॉन्डम का इस्तेमाल न करने की इच्छा रखने वाले पुरुषों के लिए खुशखबरी है और उससे भी बड़ी खुशखबरी उन महिलाओं के लिए है जो गर्भनिरोधक दवाओं के चक्कर से छुटकारा पाना चाहती हैं। दरअसल अमेरिका के वैज्ञानिकों के समूह ने पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक जैल का निर्माण किया है इस जैल के प्रयोग से अब पुरूष भी गर्भनिरोध में महिलाओं को अपना योगदान दे पाएंगे। फिलहाल पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक के नाम पर सिर्फ कॉन्डम और नसबंदी की सुविधा ही उपलब्ध है। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने पुरुषों के लिए एक खास गर्भनिरोधक जैल बनाया है जिसका ट्रायल अप्रैल 2018 में शुरू होगा।

                                                                                   

कंधे पर लगाए जैल और रहे टेंशन फ्री

इस जैल को करामती जैल इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसे सिर्फ कंधेभर पर लगाने से ही आपको फायदा मिल जाएगा। 2018 में होने वाले ट्रायल में शामिल होने वाले 400 पुरुषों को जैल की एक पंप बॉटल दी जाएगी। इस जैल को आने वाले 4 महीनों तक पुरूषों को रोज आधा चम्मच अपने कंधे और बाजू के ऊपरी हिस्से पर लगाना होगा। बता दें कि इस जैल के एक्टिव केमिकल्स में नेस्टेरॉन नाम का प्रोजेस्टिन और टेस्टोस्टेरॉन का सिंथेटिक फॉर्म शामिल है। स्पर्म सेल्स बनाने के लिए शरीर को टेस्टोस्टेरॉन की जरूरत होती है जबकि प्रोजेस्टिन, टेस्ट ट्यूब को टेस्टोस्टेरॉन का उत्पादन करने से रोक देता है। 

                                                                                   

 

अप्रैल 2018 में जो ट्रायल होगा वह साल 2012 में हुए एक्सपेरिमेंट को चेक करेगा जिसमें यह बात साबित हो गई थी कि यह जैल 90% पुरुषों में स्पर्म के जमाव को कम कर देता है। इस रिसर्च के हेड रिसर्चर स्टेफनी पेज कहती हैं, "मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि अगर पुरुष इस जैल का इस्तेमाल हर दिन करें और सही तरीके से इसे लगाएं तो यह पूरी तरह से असरदार होगा।" साथ ही उन्होंने कहा कि इस जैल को लगाने के 72 घंटो के बाद ही पुरुषों के स्पर्म उत्पादन में गिरावट आ जाएगी।

                                                                                    

 

ट्रायल के शुरूआती 4 महीने तक फीमेल पार्टनर्स को महिला गर्भनिरोधक लेने के लिए कहा जाएगा जबकि पुरुषों के स्पर्म लेवल में कितनी गिरावट हो रही है इसकी निगरानी की जाएगी। रिसर्चरों का कहना है कि अगर यह ट्रायल सफल हो जाता है तो पुरुष भी गर्भनिरोध में अहम भूमिका बहुत आसानी से निभा पाएंगे।

                                                                                 

 

Created On :   27 Dec 2017 3:29 PM IST

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