जर्नल ऑफ डेयरी साइंस में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, हाई प्रोटीन वाला दूध ब्रेकफास्ट में शामिल करने से मोटापे का खतरा भी कम हो जाता है। सुबह दूध पीने से पेट भरा रहता है जिससे लंच के समय पर भूख कम लगती है। इस स्टडी के लेखक डॉक्टर डगलस गॉफ ने कहा कि इस स्टडी के नतीजे डाइट से होने वाली बीमारियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएगी। स्टडी में डगलस और उनकी टीम ने ब्रेकफास्ट में हाई प्रोटीन मिल्क और उसके साथ हाई कार्बोहाइड्रेट कॉर्नफ्लेक्स लेने के प्रभाव का अध्ययन किया गया।
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दैनिक भास्कर हिंदी: डायबिटीज पेशेंट्स को रोज ब्रेकफास्ट में पीना चाहिए दूध
डिजिटल डेस्क। आजकल लोगों में डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में लोगों को अपने खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत सबसे ज्यादा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक कप दूध में 8 ग्राम प्रोटीन होता है और इसी वजह से इसे पीने के बाद काफी समय तक पेट भरा सा रहता है। साथ ही शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व भी इससे मिल जाते हैं। जी हां, सुबह के वक्त दूध पीने से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। नाश्ते में दूध पीने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को फायदा हो सकता है। एक नई स्टडी से यह बात सामने आई है।


रिसर्चरों ने जांच की कि इससे प्रतिभागियों के ब्लड ग्लूकोज लेवल पर, उनकी भूख और खाने की मात्रा पर क्या असर पड़ा। उन्होंने पाया कि दूध में प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली कैसीन प्रोटीन की वजह से सबसे पहले गैस्ट्रिक हार्मोन रिलीज हुए जिससे पाचन की क्रिया धीमी हो गई और भूख कम हो गई। सुबह दूध पीने से मोटापे का खतरा भी कम हो सकता है। डगलस ने कहा कि इस स्टडी से इस बात की पुष्टि हुई है कि ब्रेकफास्ट में दूध शामिल करने से कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करने और ब्लड शुगर कम करने में मदद मिलती है। न्यूट्रनिस्ट ने हमेशा से हेल्दी ब्रेकफास्ट पर जोर दिया है और ये स्टडी भी लोगों को अपने ब्रेकफास्ट में दूध शामिल करने के लिए प्रेरणा देती है। इससे पहले की रिसर्च में भी हाई प्रोटीन वाले दूध की उपयोगिता साबित हो चुकी है। टेल एविव यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया था कि छाछ प्रोटीन के दूसरे स्रोतों अंडों और सोया से ज्यादा ब्लड शुगर कंट्रोल करने में काफी कारगर होता है। इस स्टडी में भी कहा गया था कि ब्रेकफास्ट में प्रोटीन लेने से भूख कम लगती है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।