महाशिवरात्रि के व्रत में एनर्जेटिक बने रहने के लिए लें ये फलाहार
डिजिटल डेस्क । आज देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। कुछ लोग 14 फरवरी के दिन भी महाशिवरात्रि का व्रत रखेंगे। महादेव का व्रत किसी भी दिन रखो भगवान फल सभी को बराबर ही देते हैं। अब फल की बात निकली है तो कई लोगों को व्रत में फलाहार की याद आ गई होगी। ये व्रत है ही ऐसा कि कई लोग तो केवल फलाहार के लिए ही व्रत रखते हैं, खास कर बच्चे। दरअसल महाशिवरात्रि के व्रत में साफतौर से बताया गया है कि भूखे पेट व्रत ना रखें, खा-पीकर, शरीर को पर्याप्त उर्जा मिल सके इतना फलाहार जरूर करें। महाशिवरात्रि का व्रत बच्चे-बूढ़े हर कोई रखता हैं। वैसे तो हर व्रत के दौरान फलाहार किया जाता है, लेकिन शिवरात्रि पर कुछ खास तरह के फल खाए जाते हैं।
वहीं कई लोग कठिन व्रत भी करते हैं। व्रती पूरे दिन व्रत रखते हैं तो कुछ लोग रात को शिवजी पर जल चढ़ाकर दूसरे दिन अपना उपवास खोलते हैं। ऐसे में ये व्रत कठिन होता है। कई लोग सेंधा नमक डालकर फलाहार करते हैं तो कई लोग बगैर नमक के सिर्फ फल और जूस लेते हैं। अगर आप इस तरह का कठिन नहीं करते हैं या डॉक्टर ने भूखे रहने से मना किया है तो हम आज आपको कुछ फलहारी डिश बता रहे हैं जो आपको व्रत में भी वैराइटे देंगे।
मखाने और मूंगफली है हल्का-फुल्का फलहार
मखाने और मूंगफली को अगर आप घी में फ्राइ करके खाएं तो आपका मुंह भी फ्रेश हो जाता है और आपका पेट भी हल्का रहता है। आप पूरे दिन ताजा महसूस करते हैं। मखाने और मूंगफली में आप सेंधा नमक भी डाल सकते हैं। मूंगफली में विटामिन की मात्रा अच्छी होती।
ठंडाई से मिलता है कैल्शियम और प्रोटीन
दूध से बनी ठंडाई में कैलशियम और प्रोटीन होता है। ठंडाई पेट के लिए बहुत अच्छी है। इससे आपको एनर्जी मिलती है। इसमें इलाइची भी दी जाती है। एक या दो बार ठंडाई पीने से पेट ठंडा रहता है। बादाम, पिस्ता, काजू, कई तरह के ड्राइ फ्रूट्स डालकर ठंडाई बनाई जाती है। दरअसल, दूध में इन चीजों के पेस्ट को मिलाया जाता है और फिर केसर, शक्कर, इलाइची, सौंफ डालकर इसे मिलाया जाता है। इसके सेवन से आपका शुगर लेवल भी सही रहता है।
ठंडाई पेट के लिये अच्छी यह पेट के लिये काफी अच्छी मानी जाती है। इसको पीने से शरीर को एनर्जी भी मिलती है। इसको पीने से पेट काफी ठंडा रहता है। इसमें बादाम, पिस्ता, काजू और अन्य कई तरह के ड्राई फ्रूट्स मिला कर इसे तैयार करें। दूध से बनी ठंडाई में काफी सारा कैल्शियम और प्रोटीन पाया जाता है।
फलाहारी कटलेट
सिंघाड़े के आटे से आप कटलेट बना सकते हैं। कई सब्जियों को घिस लें जैसे गाजर, आलू और शिमला मिर्च और नमक हरी मिर्च मिलाकर उस मिश्रण को गोला बनाकर तेल में फ्राइ कर लें। उसके बाद उसे खाएं। कटलेट में फाइबर काफी मात्रा में होता है।
पाचन तंत्र के लिये बढियां है सिंघाड़े का आटा सिंघाड़ा शरीर के लिए मैंगनीज का अवशोषक करने में सक्षम होता है जिससे शरीर को मैंगनीज का भरपूर लाभ मिलता है। यह पाचन तंत्र के लिए बढ़िया है। गर्भावस्था में सिंघाड़े का सेवन करना माता और शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
फलाहारी चीले, पराठे
कुट्टू के आटे के चीले या इसके पराठे भी बना सकते हैं। हो सके तो इसमें खीरा घिस लें और फिर हल्का सा तेल देकर फ्राइंग पैन में चिले को सेंक लें। कुट्टू के आटे में आलू भरके भी पराठे सेंक सकते हैं।
कुट्टू का आटा व्रत के दौरान कुट्टू के आटे का फलाहार तो सभी करते हैं लेकिन इसका सेव व्रत में क्यों जरूरी है इसके बारे में आपने कभी सोचा है? धर्म और मान्यताओं से परे, सेहत के लिहाज से इसके सेवन का अपना महत्व है। कुट्टू के आटे की बनी चीजे न सिर्फ व्रत के दौरान तुरंत ऊर्जा देती हैं बल्कि आमतौर पर इसके सेवन से भी सेहत से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं।
आलू
आलू भी खाएं हर व्रत में आलू एक ऑप्शन जरुर होता है। आप इसे उबाल कर फ्राई कर के खा सकते हैं। या फिर इसे दही के साथ खाया जा सकता है। पूरा दिन भूखें रहने के बाद आलू खाने से शरीर में गिरे हुए शुगर का लेवल बढता है और शरीर में एनर्जी आती है।
साबूदाना
साबूदाना भी है बेहतर साबुदाना उस स्थिति में बेहद लाभकारी होता है, जब आपको पाचन में दिक्कत हों। पेट में किसी प्रकार की बीमारी होने पर भी साबुदाना लाभदायक होता है। ये ऊर्जा से भरपूर होता है, यही कारण है कि इसे उपवास के दिनों में खाया जाता है। बीमार लोग भी इसे आसानी से खाकर हजम कर सकते है।
जूस
इस दौरान संतरे बहुत मिलते हैं, आप चाहें तो संतरे का जूस या अनारस की जूस भी पी सकते हैं। फल में आप बेर और पपीता खा सकते हैं। संतरे का जूस इन दिनों बाजार में काफी सारे संतरे आए हुए हैं। तो ऐसे में ढेर सारे संतरे जरुर खरीद लें और व्रत में संतरे के जूस का सेवन करें। यही नहीं आप अनाक का जूस भी पी सकते हैं। दही, छाछ या लें लस्सी खाने में ज्यादा से ज्यादा दही, छाछ, लस्सी आदि का सेवन फायदेमंद रहता है।
Created On :   13 Feb 2018 8:55 AM IST