- वर्तमान में यूएस डायटरी गाइडलाइन्स फॉर अमेरिकन के मुताबिक, दिन में तीन बार से ज्यादा डेयरी उत्पादों का इस्तेमाल ना करने की नसीहत दी गई है और फैट फ्री और लो फैट वाली चीजों के सेवन की सलाह दी गई है।
- ये सलाह इस रिसर्च पर आधारित है जिसमें दिखाया गया था कि होल फैट प्रोडेक्ट्स एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं जिससे हार्ट से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
- हालांकि कई स्टडीज में बताया गया है कि डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन्स के1 और के2 और प्रोबॉयोटिक्स आपकी डाइट को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं।
- टीम ने 'प्रोसपेक्टिव अर्बन रूरल एपिडेमोलॉजिकल' में भाग लेने वाले 21 देशों के 136,000 लोगों पर स्टडी की।
- सरकार के प्रस्ताव पर क्या होगा जवाब? किसान यूनियन आज दोपहर 12 बजे बैठक में लेंगे फैसला
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दूध, दही, बटर से दूरी पड़ सकती है भारी
डिजिटल डेस्क। अधिकतर लोग दूध और इससे बनी चीजों से दूरी बनाए रखना पसंद करते हैं, लेकिन ये खबर पढ़ने के बाद आप शायद ऐसा ना करें। दरसअल एक नई स्टडी का दावा है कि दिन में तीन बार डेयरी उत्पाद खाने से हार्ट डिसीज का खतरा कम हो जाता है। पिछले कुछ सालों में यह अवधारणा मजबूत हुई है कि दूध या इसके उत्पादों में सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है जिसके सेवन करने एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। नतीजा ये होता है कि इससे कार्डिवस्कुलर डिसीज होने का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन रिसर्चरों का कहना है कि जो लोग रोजाना दूध, चीज, बटर, क्रीम इत्यादि का सेवन करते हैं, उन्हें इनका सेवन ना करने वालों की तुलना में हार्ट डिसीज या स्ट्रोक होने का खतरा कम हो जाता है। ओंटारियो में मैकमास्टर यूनिवर्सिटी में यह शोध किया गया। इसमें कहा गया कि डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन को हतोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे तो और बढ़ावा दिया जाना चाहिए।


- प्रतिभागियों को 4 कैटिगरी में बांटा गया। पहले जिन्होंने डेयरी उत्पादों का बिल्कुल सेवन नहीं किया, दिन में एक बार सेवन, दिन में दो बार और दिन में दो बार से ज्यादा।
- एक सर्विंग में एक गिलास दूध, एख कप योगर्ट और 15 ग्राम चीज या एक चम्मच चीज को रखा गया।
- दुग्ध उत्पादों का ज्यादा सेवन करने वाले समूह में कार्डिवास्कुलर की वजह से मौत का खतरा बेहद कम पाया गया।
- जबकि डेयरी उत्पादों का बिल्कुल सेवन ना करने या कम सेवन करने वालों को हार्ट डिसीज का खतरा ज्यादा था।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।