मॉनसून के मौसम में घर बैठे करें फंगल इन्फेक्शन का उपचार
![In monsoon season do treatment of fungal infections at home . In monsoon season do treatment of fungal infections at home .](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2018/06/in-monsoon-season-do-treatment-of-fungal-infections-at-home_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क। मॉनसून में स्किन इन्फेक्शन होना एक सामान्य बात है, इस मौसम में खुजली, जलन और रैशेस होने की काफी शिकायतें मिलती हैं। कई बार मौसम में उमस के कारण फंगल इन्फेक्शन से भी रैशेस हो जाते हैं, जो कि त्वचा का रंग भी बदल देते हैं और उस जगह पर खुजाने पर भी मजबूर कर देते हैं। आइए जानते हैं कि इस मौसम में होने वाले फंगल इन्फेक्शन का आप घर पर कैसे उपचार कर सकते हैं।
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ये एक बहुत पुरानी दवा है , जो की एक एक बहुत आसान उपाय है स्किन एलर्जी के लिए।
उपयोग
सबसे महत्वपूर्ण है कि पहले एप्पल साइडर विनेगर में पानी मिला कर उसे पतला कर त्वचा को एसिडिक रिएक्शन से बचाएं। कॉटन से इसे प्रभावित जगह पर लगाएं।
कैसे करेगा असर
एप्पल साइडर विनेगर में एंटी बैक्टीरियल , एंटीसेप्टिक और एंटी फंगल प्रॉपर्टीज होती है जिनके कारण ये स्किन रैशेस पर काफी असरदार मान जाता है।
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एलो वेरा के गुणकारी तत्वों के कारण इसका कई सारे रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। स्किन रैशेस के लिए एलोवेरा के रस का इस्तेमाल करना एक और अच्छा विकल्प है।
उपयोग
एलोवेरा के रस को प्रभावित हिस्से पर आधे घंटे के लिए लगा कर धो लें। इस प्रकिया को दिन में २-३ बार साफ़ त्वचा के लिए दोहराया जा सकता है।
कैसे करेगा असर
एलोवेरा में शुगर भरपुर मात्रा में होता है जैसे की मालोस, लैक्टोस और स्टेरोल्स ये सबसे ज्यादा प्रभावशाली स्रोत होते हैं, त्वचा की बीमारियों के लिए और इन्फेक्शन्स के लिए भी यह एक असरकारक दवा है।
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नीम की पत्तियां कुदरत का एक वरदान है जो अनेक बिमारियों का इलाज आसानी से कर देती है, खास तौर पर त्वचा संबंधित बिमारियों का।
उपयोग
10 मिनट तक नीम की पत्तियों को उबाल ले। उबालने से नीम के औषधीय तत्व पानी में आजाएंगे, इस पानी से नहाना रैशेस के इलाज में काफी असरदार है।
कैसे करेगा असर
नीम में प्राकृतिक रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो त्वचा में मौजूद टॉक्सिन्स और इम्पुरिटीज से लड़ते हैं, इसीलिए इन्हे कुदरती दवा कहा जाता है।
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जब रैशेस फफोले बनने लगते हैं तब कोल्ड कम्प्रेस का इस्तेमाल करना एक अच्छा उपाय हो सकता है।
कैसे बनाएं
किसी कपड़े को लपेट कर उसे पानी में गिला करके या एक प्लास्टिक की थैली में बर्फ रख कर आप एक कोल्ड कंप्रेस बना सकते हैं।
उपयोग
हलके हलके से प्रभावित हिस्से पर इसे 10-15 मिनट के अंतराल पर लगाते रहें। सावधान रहें कि ज्यादा देर बर्फ रखने पर वो हिस्सा सुन्न पढ़ सकता है, तब कृपया इस प्रक्रिया को रोक दें।
कैसे करेगा असर
इस प्रक्रिया से प्रभावित हिस्से के अंदर सेल्स का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, कोल्ड कंप्रेस नर्व एन्ड से दिमाग की ओर जा रहे संकेतों को कम कर देता है, इससे प्रभावित हिस्सा को आराम मिलता है।
Created On :   15 Jun 2018 6:27 AM GMT