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दैनिक भास्कर हिंदी: फिटनेस टिप्स: योग से बनेगी बिगड़ी बात

डिजिटल डेस्क,नागपुर। प्रकृति ने निरोग शरीर की रचना की थी। हमने लाइफस्टाइल बिगाड़ कर इसे रोग के हवाले कर दिया। नींद न आना, भूख न लगना आम बात हो गई है। जबकि असल में ये आपके रोगी होने की निशानी है। योग एक्सपर्ट्स के अनुसार हाइपरटेंशन (HBP), हार्ट डिसीज, शुगर होने पर योग की शरण में जाना उचित नहीं है। स्वस्थ रहते हुए योग करेंगे तो लाभदायक होगा। ये सिर्फ तन के लिए नहीं होता। मन पर इसका प्रभाव ज्यादा होता है। याद रखिए हमेशा मन ही तकलीफ उठाता है। विचलित होता है। इसका असर तन पर दिखाई देता है। हम समझते हैं कि तन दुखी है। योगगुरु के अनुसार मन को प्रसन्न रखना योग के माध्यम से ही संभव है। योग केवल शरीर को फिट रहना ही नहीं सिखाता, बेहतर जीने का तरीखा भी सिखाता है। योग परिश्रम करना सिखाता है। योग आपकी जवाबदारी सिखाता है।
इस वक्त न व्यायाम करें न परिश्रम
भोजन और स्नान के तुरंत बाद का समय बेहद संवेदनशील होता है। इस समय कभी भी व्यायाम या परिश्रम के काम न करें। भारतीय परंपरा में इसीलिए स्नान के बाद ध्यान-आराधना (पूजन) और भोजन के बाद हल्के आराम (नींद नहीं) का प्रचलन है। दरअसल हमारी प्रणाली पूरी तरह वैज्ञानिक है। वर्तमान में सारी परेशानी की वजह इन विचारधाराओं से दूर होना है।
चलते वक्त पेट अंदर और सांस बाहर करें
आधा पेट ठोस खाना, चौथाई हिस्सा तरल पदार्थ और शेष खाली। यही है तन को स्वस्थ रखने का सूत्र। दिन में चार बार खाएं, लेकिन रात में दूरी बनाएं। ब्रेकफस्ट सुबह 7 से 8 और डिनर शाम साढ़े 6 बजे तक जरूरी है। चार घंटे पचाने के लिए चाहिए, तब ही नींद बेहतर आएगी और सुबह तकलीफ का सामना नहीं करना होगा। चलते वक्त पेट अंदर और सांस बाहर करें। आराम मिलेगा। यह योग की आसान तकनीक है।
बच्चों को दीजिए आइसक्रीम के बाद गुनगुना पानी और चॉकलेट के बाद चने
गर्म पानी बड़ी समस्याओं का आसान समाधान है। गले, श्वास और सर्दी के रोगी गर्म पानी पीकर सोएंगे तो तकलीफ नहीं होगी। अस्थमा के अटैक की आशंका भी नहीं रहेगी। पार्टी में हैवी खाना होने पर भी एक ग्लास गर्म पानी आरामदायक होगा। आइसक्रीम खाने के तुरंत बाद बच्चों को गर्म पानी पिलाएंगे तो सर्दी नहीं होगी। चॉकलेट खाने के बाद समस्या इसके दांतों में चिपकने की रहती है। अगर चॉकलेट खाने के बाद चने खाएंगे तो दिक्कत नहीं होगी।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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