Air India Plane Crash: क्या हुआ था कॉकपिट में हादसे से पहले? ब्लैक बॉक्स से बरामद कर लिया गया है जरूरी डाटा, टेक्निकल एक्सपर्ट्स कर रहे हैं जांच

- एयर इंडिया की फ्लाइट अहमदाबाद में हुई थी क्रैश
- विशेषज्ञों की टीमों ने तुरंत जांच की थी जारी
- ब्लैक बॉक्स से बरामद हुआ अहम डाटा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 का अहमदाबाद में प्लेन क्रैश हो गया था। इसको लेकर ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से बड़ा अपडेट दिया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, हादसे के बाद जांच काफी तेजी से की जा रही है, दोनों ही ब्लैक बॉक्स (सीवीआर और एफडीआर) से अहम डाटा निकाल लिया गया है। टेक्निकल एक्सपर्ट्स की निगरानी में लगातार की जा रही है। जिससे हादसे का स्पष्ट कारण पता चल पाए।
हादसे के तुरंत ही बाद तैयार हो गई थी विशेषज्ञ टीम
बता दें, 13 जून 2025 को हुए प्लेन क्रैश के तुरंत बाद ही विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने अंतर्राष्ट्रीय मानकों को लेकर एक विशेषज्ञ टीम तैयार की थी। इस टीम का नेतृत्व एएआईबी के महानिदेशकों की तरफ से ही किया जा रहा है। टीम में विमानन चिकित्सा विशेषज्ञ, एयर ट्रैफिक कंट्रोल अधिकारी के साथ अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं। ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि प्लेन की मैन्यूफैक्चरिंग अमेरिका में हुई थी। जांच में भारत के कानूनों और अंतर्राष्ट्रीय नियमों का अच्छे से पालन किया जा रहा है।
ब्लैक बॉक्स हुआ बरामद
अब तक दो ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुके हैं। पहला ब्लैक बॉक्स जो कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्ड, 13 जून को हादसे वाली जगह से ही मिला था। दूसरा ब्लैक बॉक्स जो कि फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर था, वो 16 जून को विमान के मलबे से निकाला गया था। दोनों ही ब्लैक बॉक्स बहुत ही जरूरी हैं। दोनों को ही अहमदाबाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी में सुरक्षित तरह से रखा गया था। बता दें, 24 जून को भारतीय वायुसेना की तरफ से विशेष विमान के मदद से दोनों ब्लैक बॉक्स को अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया था। पहला ब्लैक बॉक्स दोपहर 2 बजे एएआईबी लैब पहुंचा और दूसरा बॉक्स शाम 5:15 बजे एएआईबी टीम की मदद से पहुंचाया गया था।
विश्लेषण प्रक्रिया है जारी
बता दें, 24 जून की शाम से ही एएआईबी और एनटीएसबी के तकनीकी विशेषज्ञों की तरफ से ब्लैक बॉक्स का डाटा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल से डाटा को डाउनलोड किया गया औरफिर अब दोनों रिकॉर्डर्स (सीवीआर और एफडीआर) के डाटा का अच्छे से विश्लेषण किया जा रहा है। इस जांच का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ हादसे से पहले विमान की सारी एक्टिविटीज का पता लगाना है।
Created On :   26 Jun 2025 5:37 PM IST