संसद सुरक्षा में चूक मामला: घटना पर लोकसभा सचिवालय का बड़ा एक्शन, 7 सुरक्षाकर्मियों को किया सस्पेंड, विपक्ष का सदन में हंगामा

घटना पर लोकसभा सचिवालय का बड़ा एक्शन, 7 सुरक्षाकर्मियों को किया सस्पेंड, विपक्ष का सदन में हंगामा
  • लोकसभा सचिवालय का बड़ा एक्शन
  • 7 कर्मी निलंबित
  • घटना पर सरकार पर हुआ हमलावर विपक्ष

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद भवन पर आतंकी हमले की वर्षगांठ के दिन इसकी सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई। देश की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 5 लोगों को पहचान हो गई है। पुलिस के अनुसार मामले में शामिल 6 में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अभी फरार है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान लोकसभा के अंदर कूदने और धुंआ फैलाने वाले दो लोगों की पहचान सागर शर्मा और डी मनोरंजन के रुप में हुई है। इसके अलावा परिसर में दो अन्य लोगों ने प्रदर्शन करते हुए केन के माध्यम से धुआं किया और साथ में तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाया। इनके नाम अमोल शिंदे और नीलम हैं। वहीं इनका पांचवा साथी जिसका नाम ललित झा है वो भी उनके साथ संसद परिसर में आया था लेकिन हंगामा होने पर वह भाग गया जानकारी के मुताबिक वो अभी फरार चल रहा है। स्पेशल सेल की टीम उसकी तलाश में जुटी है। जबकि इनके छठवे साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस बीच मामले पर लोकसभा सचिवालय ने बड़ा एक्शन लिया है। सुरक्षा उल्लंघन के आरोप में 7 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही दर्शक दीर्धा या विजिटर कक्ष में कांच लगाने का आदेश दिया है। इसके अलावा इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई हैं। संसद और इसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

लोकसभा में विपक्ष का हंगामा

वहीं सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में जमकर नारेबाजी की। विपक्ष ने इस घटना को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से लोकसभा सदन में अराजकता न फैलाने की अपील की। वह इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार की तरफ से जबाव दिया। उन्होंने कहा, "कल जो घटना हुई, उसकी सबने निंदा की है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आपने(लोकसभा अध्यक्ष)घटना के जांच के आदेश दिए हैं। हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस प्रकार से संसद में अराजक स्थिति पैदा करना उचित नहीं है।"

गृह मंत्रालय ने किया एसआईटी का गठन

मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जानकारी के मुताबिक एसआईटी का गठन लोकसभा सेक्रेटरी जनरल के पत्र पर गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में किया है। साथ ही इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल होंगे। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ''कमेटी इस बात की जांच करेगी कि सुरक्षा में कैसे चूक हुई और सुरक्षा में हुई कमी की वजह जानकर कार्रवाई करेगी। कमेटी इसके अलावा सुरक्षा बेहतर करने को लेकर जल्द से जल्द रिपोर्ट देगी।''

Created On :   14 Dec 2023 6:43 AM GMT

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