Operation Sindoor: 'आतंक का हर जवाब अब रणनीतिक और निर्णायक होगा..', CDS अनिल चौहान की PAK को सीधी चेतावनी, बोले - 'जुल्फिकार अली भुट्टो वाले सपने देख रहे मुनीर...'

- सीडीएस चौहान ने पहलगाम हमले को बताया बड़ी साजिश
- भारत ने नई सैन्य रणनीति से पाकिस्तान को झकझोरा
- भारत ने आतंक को बर्दाश्त न करने की लाइन खींची
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से किए हमलों को भी भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। भारत के इस कड़े एक्शन पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पहलगाम हमले को बड़ी साजिश बताते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है।
'जुल्फिकार अली भुट्टो वाले सपने देख रहे आसिम मुनीर'
सीडीएस ने कहा, 'हम जानते हैं जुल्फिकार अली भुट्टो ने भारत के खिलाफ 1000 साल की लड़ाई की बात कही थी। आज जनरल आसिम मुनीर वही सपने देख रहे हैं। पहलगाम अटैक से ठीक पहले उन्होंने कश्मीर को लेकर बेहद जहरीला बयान दिया। पहलगाम में जो हुआ, वो आतंक नहीं बल्कि धार्मिक उन्माद से प्रेरित कत्लेआम था। पीड़ितों को उनके परिवारों और बच्चों के सामने गोली मार दी गई, सिर में गोली मारी गई। यह सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है।'
'पानी और खून साथ नहीं बह सकते'
सीडीएस ने कहा, 'भारत ने आतंक को बर्दाश्त न करने की एक बॉर्डर लाइन खींच दी है। “पानी और खून साथ नहीं बह सकते” की नीति पर भारत चल पड़ा है। ऑपरेशन सिंदूर एक शानदार अभियान था। यह एक “नॉन-कॉन्टैक्ट वॉरफेयर” था, जो पारंपरिक युद्ध से बिल्कुल अलग था। लाइन ऑफ कंट्रोल पर कुछ और हो रहा था, वहीं नूर खान एयरबेस के भीतर तक हम पहुंचे। यह एक साथ दो अलग-अलग स्तरों पर चलाया गया ऑपरेशन था। हम दुश्मन के एयरबेस तक पहुंचे, सटीकता से प्रहार किया और कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। यह हमारी वायुसेना की क्षमता और रणनीति की बड़ी जीत थी।'
पाकिस्तान प्रायोजित आतंक अब और बर्दाश्त नहीं
जनरल चौहान ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन के बाद खुद भारत से संपर्क कर डि-एस्केलेशन की बात की। इसका मतलब साफ है कि भारत की नई सैन्य नीति ने पाकिस्तान को गहराई से झकझोरा है। उन्होंने कहा, 'हमारे ऑपरेशन में कोई कोलेट्रल डैमेज नहीं हुआ। हम जानते हैं 100% सटीक होना संभव नहीं, लेकिन हमने बहुत सावधानी से हमला किया। CDS चौहान ने कहा, भारत अब बदला लेने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सहनशीलता की सीमा तय करने के लिए जवाब देता है। ऑपरेशन सिंदूर उसी सोच का हिस्सा था। पाकिस्तान प्रायोजित आतंक अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब यह स्वीकार नहीं करेगा कि पाकिस्तान भारत को आतंकवाद के जरिए बंधक बनाए रखे। भारत ने यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि आतंक का हर जवाब अब रणनीतिक और निर्णायक होगा।
क्या था जुल्फिकार अली भुट्टो का बयान?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने 1965 और 1971 की लड़ाईयों के बाद भारत के खिलाफ एक बेहद उकसाऊ और आक्रामक बयान दिया था, जिनकी चर्चा आज भी भारत-पाक के तनावपूर्ण संबंधों के बीच होती है। उन्होंने कहा था कि हम भारत से हज़ार साल तक लड़ेंगें। साल 1971 में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में उन्होंने ये बयान दिया था। बांग्लादेश युद्ध के बाद पाकिस्तान की हार हो चुकी थी और वह दो टुकड़ों में बंट गया था। भुट्टो उस वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने की तरफ अग्रसर थे और राष्ट्रवाद के नाम पर उग्र तेवर अपना रहे थे। इस भाषण के जरिए उन्होंने भारत के खिलाफ लंबे संघर्ष की बात की और कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताने की ज़िद दोहराई थी।
Created On :   3 Jun 2025 5:35 PM IST