संविधान को अस्वीकार करना: सीजेआई पर जूता फेंकने वाले से मिले शरद पवार गुट के नेता, बताया अपनी हरकत पर वकील ने किस तरह किया रिएक्ट

सीजेआई पर जूता फेंकने वाले से मिले शरद पवार गुट के नेता,  बताया अपनी हरकत पर वकील ने किस तरह किया रिएक्ट
शरद गुट के नेता ने बताया कि किशोर अब भी संविधान को नहीं मानता है। और उसने जो कुछ भी सुप्रीम कोर्ट में उस दिन किया है, उस घटना का उसे कोई पछतावा भी नहीं है।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शरद पवार गुट के नेता निलेश लांके ने निलंबित सुप्रीम कोर्ट के वकील राकेश किशोर से मुलाकात की। यह वहीं वकील है, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सीजेआई बीआर गवई की सुनवाई के दौरान हंगामा किया था और उनपर जूता फेंकने की कोशिश की थी। दोनों की इस मीटिंग में वकील ने उस दिन हुए वाकये का बारे में बताया है। जिसकी जानकारी लांके ने मीडिया को दी है।

संविधान को नहीं मानते

यह दोनों की बैठक बीते गुरुवार को हुई थी। शरद गुट के नेता ने बताया कि किशोर अब भी संविधान को नहीं मानता है। और उसने जो कुछ भी सुप्रीम कोर्ट में उस दिन किया है, उस घटना का उसे कोई पछतावा भी नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में पुलिस ने भी उसका साथ दिया है।

देश संविधान के उसूलों पर है चलता

निलेश लांके ने कहा कि इस मुलाकात के दौरान वकील ने मुझे बताया कि वह संविधान को स्वीकार नहीं करता है। लेकिन, इस मीटिंग के दौरान शरद गुट की टीम ने उन्हें संविधान की कॉपी और एक फोटो भेंट की है। उन्होंने आगे बताया कि यह मुलाकात गांधीवादी की तर्ज पर की गई थी, ताकि संविधान के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाई जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि यह देश संविधान के उसूलों पर चलता है और इसे बनाने का काम बाबा साहेब अंबेडकर ने जैसे महान लोगों ने किया है। सीजेआई गवई इसको बचाने का काम करते हैं, जो व्यक्ति इस व्यवस्था का अपमान करता है। ऐसे लोगों के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है, ताकि उनमें संविधान की मूलभूत समझ आ सके। उन्होंने आगे बताया कि इस मीटिंग में किशोर ने कहा, "हमारे लिए संविधान मान्य नहीं है।"

संविधान को स्वीकार करना हर नागरिक की जिम्मेदारी

शरद गुट के नेता ने कहा कि हमारा देश जाति, धर्म या सुमदाय के आधार पर नहीं चलता है। यह तो संविधान के नियमों से चलता है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि हिंदू धर्म या किसी अन्य धर्म का ज्ञान होना बहुत जरूरी होता है। लेकिन देश की नीव संविधान पर टिकी हुई है। इस बैठक में राकेश किशोर को समझाया कि संविधान ही समाज और न्याय व्यवस्था की नींव होती है। इसे स्वीकार करना हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है।

Created On :   10 Oct 2025 3:10 PM IST

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