आंध्र प्रदेश के गांव में हीरा खोजने के लिए उमड़ी भीड़

आंध्र प्रदेश के गांव में हीरा खोजने के लिए उमड़ी भीड़
  • एनटीआर जिले का गुडीमेटला गांव बना चर्चा का केंद्र
  • हीरा मिलने की खबर से उमड़ी भीड़
  • एक परिवार को 60 लाख का हीरा मिलने की कही जा रही बात

डिजिटल डेस्क, विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लोग हीरे की खोज में एनटीआर जिले के गुडीमेटला गांव आ रहे हैं क्‍योंकि कथित तौर पर वहां एक बड़ा हीरा एक परिवार को मिला है जिसकी कीमत 60 लाख रुपये बताई जा रही है।

न केवल आसपास के गांवों और जिलों से बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों से भी पुरुष और महिलाएं चंद्रलापडु मंडल के अंतर्गत आने वाले गांव में उमड़ रहे हैं। गुंटूर जिले के सत्तेनपल्ली शहर के एक परिवार को कथित तौर पर शनिवार रात खुदाई के दौरान गांव में छह मुखी हीरा मिला।

कृष्णा नदी के तट पर स्थित गाँव में हीरे की खोज के नियमित वार्षिक आयोजन के दौरान यह जैकपॉट परिवार के हाथ लगा है। अनुमान है कि हीरे की कीमत 50 से 60 लाख रुपये होगी, हालांकि, परिवार ने जिन हीरा व्यापारियों से संपर्क किया, उन्होंने 40 लाख रुपये की पेशकश की। बताया जाता है कि परिवार सर्वोत्तम कीमत का इंतजार कर रहा है।

कुछ खातों के अनुसार, हाल के दिनों में गाँव में की गई खुदाई के दौरान कम से कम तीन लोगों को हीरे मिले। बात फैलते ही कई परिवार वहां के लिए चल पड़े। कई लोगों को हीरा मिलने की उम्‍मीद में मिट्टी खोदते और सावधानीपूर्वक पत्थरों को छानते देखा जा सकता है। दोपहिया वाहन खेतों में खड़े रहते हैं क्योंकि दूर-दूर से लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए गांव में आ रहे हैं।

गांव में हीरे की तलाश कोई नई बात नहीं है। हर बरसात के मौसम में लोग खेतों और खुली जगहों पर खुदाई करने के लिए यहां जुटते हैं। वे सुबह से शाम तक हीरे की खोज में लगे रहते हैं। कुछ परिवार रात के समय भी काम जारी रखते हैं।

हर साल बरसात के मौसम में लोग मंदिर के पास की पहाड़ी पर खोज शुरू कर देते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि चूंकि गुडीमेटला क्षेत्र पर राजाओं का शासन था, इसलिए इस क्षेत्र में मिट्टी के नीचे कई हीरे दबे हुए हैं।

कोहिनूर सहित दुनिया के कुछ सबसे प्रसिद्ध हीरे कृष्णा नदी बेसिन में खोजे गए थे। हालाँकि, बड़ी हीरे की खदानें निष्क्रिय हो गई हैं। राज्य का रायलसीमा क्षेत्र हीरे मिलने के लिए भी जाना जाता है। पिछले साल एक किसान को कथित तौर पर दो करोड़ रुपये का एक कीमती पत्थर मिला था।

लोग अनंतपुर और कुरनूल जिलों की सीमा पर गुंतकल और पथिकोंडा क्षेत्रों के बीच कृषि क्षेत्रों में कीमती पत्थरों का शिकार करते हैं। विजयनगर साम्राज्य के दौरान रायलसीमा कीमती पत्थरों और हीरों के व्यापार के लिए जाना जाता था।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   14 Aug 2023 11:54 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story