लोकसभा चुनाव 2024: गौरव वल्लभ और अनिल शर्मा भाजपा में हुए शामिल, 24 घंटे में कांग्रेस ने गंवाए 3 बड़े चेहरे

गौरव वल्लभ और अनिल शर्मा भाजपा में हुए शामिल, 24 घंटे में कांग्रेस ने गंवाए 3 बड़े चेहरे
  • गौरव वल्लभ भाजपा में हुए शामिल
  • आज सुबह ही कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
  • बिहार कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष ने भी थामा बीजेपी का हाथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आज भाजपा का हाथ थाम लिया है। उन्होंने आज सुबह ही एक्स पोस्ट के जरिए कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। गौरव ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन को लिखे इस्तीफा पत्र में पार्टी पर दिशाहीन होने का आरोप लगाया। इसके अलावा बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा भी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसी के साथ लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने 3 बड़े चेहरे गंवा दिए है। कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके बॉक्सर विजेंदर सिंह भी कल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके अलावा महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के बड़े चेहरे संजय निरुपम कांग्रेस से इस्तीफा देकर एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हो गए हैं।

'दिशाहीन पार्टी' - गौरव वल्लभ

आज सुबह इस्तीफे की जानकारी देते हुए गौरव वल्लभ ने ट्वीट कर लिखा था, "कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने अपने आपको वित्त का प्रोफेसर बताते हुए लिखा कांग्रेस पार्टी की सदस्यता हासिल करने के बाद पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। मैंने कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से देश की जनता के सामने रखा। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं। जब मैंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की तब मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। जहां पर युवा, बौद्धिक लोगों और उनके आइडिया की कद्र होती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मुझे यह महसूस हुआ कि पार्टी का मौजूदा स्वरूप नये आइडिया वाले युवाओं के साथ खुद को एडजस्ट नहीं कर पाती।

नाराज संजय निरुपम ने पार्टी के खिलाफ खोला था मोर्चा

पार्टी से नाराज संजय निरुपम आलाकमान को अल्टीमेटम देने के बाद आखिरकर पार्टी से इस्तीफा देकर एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने कुछ समय पहले अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। पार्टी ने 17 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था, जिसके बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता संजय निरुपम काफी नाराज हो गए थे। सीट शेयरिंग को लेकर संजय निरुपम ने शिवसेना यूबीटी के साथ-साथ अपनी पार्टी को भी निशाने पर लिया था। पार्टी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा था, "कांग्रेस नेतृत्व ने कई दिनों से मुझसे बात तक नहीं की। मुझसे पूछा तक नहीं गया। कांग्रेस देश मे न्याय की बात करती है लेकिन अपने लोगों पर ही ध्यान नहीं देती है। मैं अपने क्षेत्र में कई सालों से काम कर रहा हूं। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने संज्ञान नहीं लिया और शिवसेना के सामने झुक गई। मैं अपने नेतृत्व को 1 हफ्ते का समय देता हूं, अगर फैसला नहीं लिया जाता है तो हफ्ते भर के अंदर मैं अपना स्वतंत्र निर्णय लूंगा और लड़ाई अब आर-पार की होगी। जिस तरह से कांग्रेस की सीटों को छीना गया है और कांग्रेस के लोग अलग हुए इसमें शिवसेना (यूबीटी) का छुपा मकसद कांग्रेस को खत्म करना हो सकता है।"

विजेंदर सिंह ने भी थामा भाजपा का हाथ

इंटरनेशनल बॉक्सर विजेंदर सिंह ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव विजेंदर सिंह ने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। तब उन्होंने दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, अब वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि इस बार विजेंद्र सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। वहीं, इससे पहले कांग्रेस ने विजेंदर का टिकट पर मुहर नहीं लगाई थी। तब कहा जा रहा था कि कांग्रेस उन्हें मथुरा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती हैं। इस सीट पर उनका नाम लगभग तय माना जा रहा था।

Created On :   4 April 2024 8:28 AM GMT

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