Gujarat Bridge Collapsed: वडोदरा में ब्रिज गिरने का गुजरात के इन सात अहम शहरों पर पड़ेगा असर, जानें क्या थी पुल टूटने की वजह और क्यों है ये ब्रिज अहम?
- गुजरात का महीसागर पुल टूटा
- बहुत ही पुराना हो गया था पुल
- कनेक्टिविटी के चलते बहुत ही अहमियत रखता है ब्रिज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के वडोदरा में बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। वहां महिसागर नदी पर वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला पुल अचानक से टूट कर ढह गया। जानकारी के मुताबिक, अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है और 9 लोग घायल हैं। जिनको तुरंत ही अस्पताल में ले जाया गया है। ब्रिज के अचानक टूटने से कई गाड़ियां भी गिर गईं थीं। घटना की जानकारी मिलते ही फौरन बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था। लेकिन इस ब्रिज के ढहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ये पुल वडोदरा और आणंद जिलों को एक साथ कनेक्ट करता है और ये मध्य गुजरात के लिए बहुत ही अहम ब्रिज है। ये पुल बहुत ही ज्यादा बिजी रहता है और यहां पर ट्रैफिक भी बहुत ज्यादा होता है। चलिए जानते हैं इस ब्रिज के टूटने की वजह और इसकी अहमियत।
कैसे टूटा गंभीरा पुल?
ब्रिज टूटने की वजह के बारे में अब तक कुछ खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि इस ब्रिज के ढहने की वजह इसका पुराना निर्माण है और बारिश के मौसम ने इसको और ज्यादा कमजोर बना दिया था। साथ ही, ये ब्रिज वडोदरा और आणंद जिलों को एक साथ कनेक्ट करता है और यहां पर बहुत ट्रैफिक भी लगता है। इस वजह से ब्रिज बहुत कमजोर हो गया था। ये ब्रिज 45 साल पुराना है, जो कि 1981 में बना था और 1985 में लोगों के लिए खोला गया था। बीते कई सालों से इस ब्रिज की हालत ठीक नहीं थी। साथ ही लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों ने कई बार इस पुल की मरम्मत करने और ट्रैफिक रोकने की मांग भी की थी। सरकार को चिट्ठी भी लिखी गई थी लेकिन इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया था।
मरम्मत के लिए 212 करोड़ रुपए को दी गई मंजूरी
राज्य सरकार की तरफ से 212 करोड़ रुपए की लागत से नए पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। वहीं, सीएम भूपेंद्र पटेल ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए जांच रिपोर्ट को जल्द से जल्द लाने का आदेश दिया है।
क्यों है गंभीरा ब्रिज अहम?
सबसे पहले महावीरा नदी पर बना गंभीरा ब्रिज वडोदरा और आणंद को एक साथ कनेक्ट करता है। साथ ही गंभीरा ब्रिज मध्य गुजरात का सौराष्ट्र है। इस पुल के टूट जाने से भरूच, सूरत, नवसारी, तापी और वलसाड जैसे कई अन्य शहरों में जाना मुश्किल हो जाएगा। पुल पर बहुत ही ज्यादा भारी ट्रैफिक भी होता है, जिससे ये क्षेत्र के लिए एक बहुत ही अहम कड़ी है। पुल की मदद से होने वाले बिजनेस और परिवहन एक्टिविटीज के चलते इसका असर आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। अब देखा होगा कि ये पुल कब तक बनकर वापस से तैयार होता है।
Created On :   9 July 2025 7:07 PM IST