IND-PAK तनाव: पाक के वो 6 एयरबेस जहां भारत के फाइटर जेट्स ने मचाई तबाही, जानें कितनी रखते थे ये अहमियत

- जानें पाकिस्तान के लिए कितने महत्वपूर्ण थे एयरबेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने लगातार भारत के सीमावर्ती इलाकों को मिसाइल और ड्रोन अटैक से निशाना बना रहा है। इसके जवाब में भारतीय सेना पाकिस्तान के हर हमलों को नाकाम कर रही है। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के 5 एयरबेस को मिसाइल से तबाह किया है। इनमें मुरीद चकवाल, सोरकोट, एयरबेस, चुनियां एयरबेस, रहीम यार खान एयरबेस, पंजाब और नूर खान एयरबेस प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि भारत ने इन एयरबेसों पर अपने फाइटर जेट्स से एयर-टू-सर्फेस मिसाइलें दागीं। ये तीन प्रमुख एयरबेस हैं।
मुरीद चकवाल एयरबेस, पंजाब
यह एयरबेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले में है। इसे पाकिस्तान का प्रमुख सैन्य हवाई अड्डा माना जाता है। मुरीद चकवाल एयरबेस इस्लामाबाद से करीब 120 किलोमीटर दूरी पर है। यह एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना का रणनीतिक केंद्र है। इसका इस्तेमाल हवाई रक्षा, प्रशिक्षण और युद्धक अभियानों के लिए किया जाता है।
इस एयरबेस में कई आधुनिक लड़ाकू विमान तैनात रहते हैं। यहां की रणनीतिक स्थिति इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से काफी महत्वपूर्ण बनाती है। यह एयरबेस रनवे, हैंगर, कंट्रोल टावर समेत अन्य आधुनिक सैन्य सुविधाएं उपलब्ध से लैस हैं। इतना ही नहीं, बल्कि यह एयरबेस पाकिस्तान के मानव रहित हवाई अभियानों (UAV/UCAV) का एक मुख्य केंद्र है। यहां शाहपार-1 और बैराकटर TB2 जैसे उन्नत ड्रोन तैनात हैं। यहां से भारत पर कई ड्रोन हमलों को अंजाम दिया गया था, भारत की इस पर की गई कार्रवाई को पाकिस्तानी आक्रामकता का प्रत्यक्ष जवाब माना जा रहा है।
सुक्कुर एयरबेस, पीएएफ बेस भोलारी
यह एयरबेस साउदर्न एयर कमांड के अंतर्गत, सिंध प्रांत के कराची और हैदराबाद के बीच स्थित जामशोरो ज़िले में एक सक्रिय ऑपरेशनल एयरबेस है। इस एयरबेस को पीएएफ बेस भोलारी के नाम से जाना जाता है। यहां कुछ दिनों पहले शुरू किया गया था और अब यहां 19 स्क्वाड्रन तथा ऑपरेशनल कन्वर्जन यूनिट (OCU) तैनात हैं। यहां से F-16A/B ब्लॉक 15 ADF फाइटर एयरक्राफ्ट संचालित किए जाते हैं।
चुनियां एयरबेस, कसूर, पंजाब
यह एयरबेस पाकिस्तान एयरफोर्स (PAF) का एक प्रमुख ऑपरेशनल एयरबेस है। यह पंजाब प्रांत के चुनियां शहर के पास स्थित है। यह लाहौर से करीब 70 किलोमीटर दक्षिण की दूरी पर है। इस एयरबेस को पाकिस्तान की एयर डिफेंस सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
नूर खान एयरबेस, रावलपिंडी
इस एयरबेस को पहले चकला एयरबेस के नाम से जाना जाता है। यह नूर खान एयरबेस, पाकिस्तान वायुसेना का एक प्रमुख और रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण ठिकाना है। यह एयरबेस रावलपिंडी के चकला क्षेत्र में स्थित है और इस्लामाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास है।
इस एयरबेस का नाम पाकिस्तान एयरफोर्स के पूर्व प्रमुख एयर मार्शल नूर खान के नाम पर रखा गया है। यह एयरबेस मुख्य तौर से वीआईपी मूवमेंट और लॉजिस्टिक्स ऑपरेशनों के लिए प्रयोग किया जाता है। पाकिस्तान की उच्चस्तरीय सैन्य उड़ानों और विशेष मिशनों के संचालन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिससे यह एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना की ‘लाइफलाइन’ कहा जाता है।
रफ़ीकी एयरबेस, शोरकोट (पंजाब)
पाकिस्तान के झंग ज़िले में शोरकोट के पास स्थित PAF रफ़ीक़ी एयरबेस को भी भारत ने अपने हमले में निशाना बनाया. यह एयरबेस आक्रामक हवाई अभियानों में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है। इसका नाम 1965 के भारत-पाक युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए स्क्वाड्रन लीडर सरफ़राज़ अहमद रफ़ीक़ी के सम्मान में रखा गया है।
यहां JF-17 थंडर और मिराज जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान तैनात हैं। यह एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना के सेंट्रल एयर कमांड के तहत आता है और पश्चिमी और पूर्वी सीमाओं पर तेज़ी से कार्रवाई की क्षमता रखता है। इसकी लंबी रनवे और उन्नत मेंटेनेंस सुविधाएं इसे पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा का एक अहम स्तंभ बनाती हैं।
रहीम यार खान एयरबेस, पंजाब
बीती रात भारत ने रहीम खान एयरबेस को निशाना बनाया। हमले के बाद यहां क बड़ा गड्ढा देखा गया। रहीम यार खान एयरबेस, जिसे आधिकारिक रूप से PAF बेस रहीम यार खान कहा जाता है, पाकिस्तान वायुसेना का एक सैन्य एयरबेस है जो पंजाब प्रांत के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है। यह बेस रहीम यार खान शहर के निकट स्थित है और पाकिस्तान वायुसेना के एयरबेसों की सूची में शामिल है।
इसका रणनीतिक महत्व इसके भौगोलिक स्थान के कारण है, जो इसे देश के दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया और संचालन के लिए मुफीद बनाता है। 10 मई 2025 को, रहीम यार खान एयरबेस पर एक मिसाइल हमले के बाद एक बड़ा गड्ढा देखा गया, जो संभावित रूप से एक सैन्य हमले का संकेत देता है।
Created On :   10 May 2025 6:23 PM IST