पहलगाम हमले से ठप पड़ रहा जम्मू कश्मीर का टूरिज्म: टूरिस्ट की घटती संख्या से चिंतित हुई महबूबा मुफ्ती, अमरनाथ यात्रा से पर्यटन के फिर से पटरी पर लौटने की जताई उम्मीद

टूरिस्ट की घटती संख्या से चिंतित हुई महबूबा मुफ्ती, अमरनाथ यात्रा से पर्यटन के फिर से पटरी पर लौटने की जताई उम्मीद
  • जम्मू कश्मीर के टूरिज्म से चिंतित महबूबा मुफ्ती
  • अमरनाथ यात्रा से पर्यटन बढ़ने की जताई उम्मीद
  • निर्दोष कश्मीरी मुसलमानों की हत्या की भी निंदा

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में आ रही गिरावट को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा ने चिंताजनक बताया है। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद टूरिज्म एकदम ठप पड़ गया है। इस दौरान पीडीपी चीफ ने जम्मू कश्मीर में होने वाली अमरनाथ यात्रा पर चर्चा करते हुए टूरिज्म को बढ़ाने पर बल दिया।

जम्मू कश्मीर के टूरिज्म से चिंतित महबूबा मुफ्ती

अमरनाथ यात्रा के बारे में चर्चा करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, "पहलगाम में जो हादसा हुआ है, उसके बाद से कश्मीर के हालात बदल गए हैं। सभी को परेशानी हो रही है। यहां टूरिज्म नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से पहलगाम के घोड़े वाले, होटल वाले, दुकानदार, टैक्सी वाले सभी की हालत बहुत खराब हो रही है। इनलोगों ने बैंकों से कर्जा लिया हुआ है।"

PDP प्रमुख ने आगे कहा, "अमरनाथ जी की यात्रा आने वाली है। अमरनाथ यात्रा की रखवाली हम सभी को करनी है, विशेष तौर पर पहलगाम के लोगों को इसकी रखवाली करनी है ताकि यहां फिर से टूरिज्म वापस आ सके। अभी कश्मीर में टूरिस्ट नहीं आ रहे हैं, हम सभी को सुरक्षित माहौल बनाना होगा। जैसे सैकड़ों सालों से हम सभी अमरनाथ की यात्रा सही से करवाते आये हैं, इस बार हमें ऐसा ही करना है ताकि यहां फिर से टूरिज्म वापिस आ सके।"

निर्दोष कश्मीरी मुसलमानों की हत्या की निंदा

बता दें, हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने निर्दोष कश्मीरी मुसलमानों की हत्या के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने 6 जून को कहा था, "जिन बेगुनाह कश्मीरी मुसलमानों को जेल में डाला गया, उनको छोड़ा जाना चाहिए। तभी यह सही मायने में सही बात होगी। कई कश्मीरी मुसलमानों पर झूठे इल्जाम लगाकर उनको जेल में डाला गया है, उनको रिहा किया जाना चाहिए।"

लेकिन, उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' के उद्देश्यों को वैश्विक स्तर पर समझाने के लिए अलग-अलग देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल भेजने को सही कदम बताया था।

Created On :   10 Jun 2025 6:33 PM IST

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