मेजर शैतान सिंह का मेमोरियल धवस्त!: कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी और बीजेपी पर बोला हमला, बताया फर्जी देशभक्त
- 1962 की जंग के नायक का मेमोरियल टूटने का दावा
- कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल
- बीजेपी को बताया फर्जी देशभक्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मेजर शैतान सिंह के स्मारक को हटाए जाने को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। दरअसल, कुछ दिनों पहले भारत-चीन युद्ध के नायक मेजर शैतान सिंह की लद्दाख के चुशुल स्थित स्मारक को हटाए जाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर बने बफर जोन के चलते मेजर शैतान सिंह का कर दिया गया है। इस घटनाक्रम पर अब कांग्रेस अध्यक्ष की एंट्री हो गई है। उन्होंने सत्ताधारी बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा है कि बीजेपी ने 1962 की लड़ाई के हीरो शैतान सिंह मेमोरियल को धराशायी कर देश को एक बार फिर से अपने फर्जी देशभक्त होने का सबूत दिया है।
खरगे ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट लिखा, "भारत माता के वीर सपूत, परमवीर चक्र से सम्मानित और 1962 रेजांग-ला युद्ध के महानायक मेजर शैतान सिंह के चुशुल , लद्दाख स्थित मेमोरियल को ध्वस्त किए जाने की खबर बेहद पीड़ादायक है।"
उन्होंने शायरा अंदाज में हमला बोलते हुए कहा, "चीन पर लाल आंख तो ली मूंद, अपमानित की वीर जांबाजों के बलिदान की हर बूंद!"
गिनाई नाकामयाबियां
खड़गे ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'ख़बरों के मुताबिक़, क्या ये इसलिए किया गया, क्योंकि चीन के साथ बातचीत के बाद से अब वो भारतीय क्षेत्र, बफ़र ज़ोन में आ गया है ? भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की एक वाक्य की टिप्पणी कुछ नहीं कहती।' उन्होंने पीएम मोदी से सवा ल पूछते कहा, 'क्यों मोदी जी और शी जिंनपिग की 2014 से आजतक 20 मेल-मिलापों के बाद भी, भारत को देपसांग प्लेन, पैंगोंग त्सो, डेमचौक और गोगरा-हॉटस्प्रिंग क्षेत्र पर मई 2020 के पहले की अपने हिस्से की वस्तुस्थिति बरक़रार रखवाने में मोदी सरकार विफल रही है ? क्या ये सच नहीं है कि गलवान में 20 सेना के जवानों के प्राणों की आहुति के बाद मोदी जी ने चीन को क्लीन चिट थमा दी ? '
भाजपा को बताया नकली देशभक्त
खड़गे ने कहा कि मेमोरियल को धरासायी कर बीजेपी ने एक बार फिर अपने फर्जी देशभक्त होने का सबूत दिया है। उन्होंने कहा, 'मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की C कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा के लिए 113 वीर जवानों का सर्वोच्च बलिदान देश का गौरव है। भाजपा ने उनके मेमोरियल को धराशायी कर देश को एक बार फ़िर अपने नक़ली देशभक्त होने का सबूत दिया है । दुखद है कि यह सरकार चीनी मंसूबों के आगे घुटने टेक चुकी है।'
क्या है मामला?
बता दें कि यह विवाद 1962 में भारत-चीन युद्ध के हीरो रहे मेजर शैतान सिंह की याद में लद्दाख के चुशुल में बने स्मारक को हटाए जाने के बाद शुरु हुआ। दरअसल, कुछ दिनों पहले चुशुल के काउंसलर खोंचोक स्टानज़िन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया था कि रेज़ांग ला में स्थित इस मेमोरियल को तोड़ना पड़ा है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना की 13 कुमाऊँ रेजिमेंट की टुकड़ी के सैनिकों की बहादुरी को यहां सम्मान दिया जाता है।
बीबीसी ने चुशुल के काउंसलर के हवाले से बताया कि साल 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच कुछ इलाकों से पीछे हटने पर सहमति हुई थी। उसी सहमति के तहत मेमोरियल वाला इलाका बफर जोन में आ गया जिस वजह से उसे तोड़ना पड़ा।
Created On :   30 Dec 2023 10:09 PM IST