103 साल की उम्र में खोद डाला तीन एकड़ का तालाब

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कहते हैं कि अगर आपके अंदर हौसला और जुनून है तो आप कुछ भी कर सकते हैं। इसके लिए कोई उम्र की जरूरत नहीं पड़ती चाहे वो कितना भी हो। आज 1 अक्टूबर यानी अंतराष्ट्रीय वृद्ध दिवस है ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे वृद्ध पुरूष के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी उम्र तो 103 साल है, लेकिन उनका जोश और ताकत इतना है की उन्होंने तीन एकड़ का तालाब खोद डाला। आप भी सोच रहे होंगे कि 103 साल का आदमी कैसे तीन एकड़ तालाब खोद सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं इनके बारे में कुछ खास बातें।
मीरपुर के रहने वाले 103 साल के ब्रजनाथ राजपूत की बूढ़ी हड्डियों में इतनी ताकत है कि अकेले दम पर तीन एकड़ का तालाब खोद डाले हैं। इतना ही नहीं अच्छी फसल के लिए एक से बढ़कर एक जुगाड़ भी तलाशते रहते हैं। ब्रजनाथ दंगल के भी काफी शौकीन हैं। जब वह करीब 35 वर्ष के थे तब झांसी, लखनऊ, उरई, बांदा में कई दंगलों में बाजी मारी थी।
5 साल में खोदा तीन एकड़ तालाब
ब्रजनाथ राजपूत को खेती बारी का इतना शौक है कि वो खेत में ही कुटिया बनाकर रहते हैं। उन्होंने खेतों में पानी की सुविधा के लिए पांच सालों में तीन एकड़ तालाब खोद डाली। जब उनसे पूछा गया कि आपको कभी कोई बीमारी हुई है। तो इसपर उन्होंने बताया कि अब तक कोई गंभीर बीमारी नहीं हुई है। लेकिन जब बुखार आ जाता है तो अपने से दवा कर लेते हैं।
गौ आंदोलन में जा चुके हैं जेल
उन्होंने बताया कि, "1950 में होमगार्ड की ट्रेनिंग पूरी की। तीन रुपए प्रतिमाह वेतन पर काम किया। 1966 में स्वामी ब्रह्मानंद के साथ गौ आंदोलन में एक माह तिहाड़ जेल में बंद रहा।"
किसी बात की चिंता नहीं करता
ब्रजनाथ कहते हैं, "मैं किसी बात की चिंता कभी नहीं करता। सुबह उठने के बाद सबसे पहले पानी पीता हूं। नित्यक्रिया के बाद देसी गाय का कच्चा दूध पीता हूं। दिन के भोजन में केवल दूध-रोटी व दलिया लेता हूं। रात में घर से पूरा खाना आता है। खाना खाकर कुछ देर में सो जाता हूं।" वहीं करने को लेकर जब उनसे पूछा गया तब उन्होंने कहा कि, "खेती में सभी योगासन हो जाते हैं। आज तक कभी योग नहीं किया। सिर्फ खेतों में पसीना बहाया और अनाज पैदा किया।"
Created On :   1 Oct 2017 5:01 PM IST