तेजस एक्सप्रेस में ब्रेकफास्ट करने से 26 बीमार, 2 अधिकारी निलंबित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गोवा के करमाली और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में जहरीला नास्ता करने से 26 लोग बीमार हो गए। बीमार लोगों में से तीन लोगों की हालत गंभीर बताई गई है। यात्रियों के बीमार होने की खबर मिलने के बाद ट्रेन को कोंकण के चिपलून स्टेशन पर रोक कर बीमार यात्रियों को स्थानीय लाइफ केयर हास्पिटल में भर्ती कराया गया। तीन लोगों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
जहरीले नाश्ते से बिगड़ी यात्रियों की हालत
कोंकण रेलवे अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय गुप्ता ने बताया कि ट्रेन की पैंट्री कार द्वारा परोसा गया जहरीला नाश्ता खाने के बाद यात्रियों की हालत बिगड़ी। गुप्ता ने बताया कि रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईसीटीसी) द्वारा नियुक्त ठेकेदार द्वारा तैयार किए गए नाश्ता में कोई जहरीला चीज मिल गई जिसने यात्रियों की तबियत बिगाड़ दी। आईआरटीसी द्वारा परोसे गए खाने को खाने के बाद यात्रियों ने बेचैनी होने और उल्टी होने की शिकायत की। जिसके बाद उन्हें उपचार दिलाया गया। उन्होंने बताया कि यात्रियों की हालत अब खतरे से बाहर है।
चिपलून में रोकी ट्रेन, यात्रियों को भर्ती कराया
जहरीला नाश्ता करने के बाद जब यात्रियों की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत रेलवे अधिकारियों से की। इसके बाद ट्रेन को चिपलुन स्टेशन पर रोक कर बीमार यात्रियों को स्थानीय लाइफ केयर हास्पिटल में भर्ती कराया गया। उनका उपचार करने वाले चिकित्सकों ने बताया कि अधिकांश यात्रियों की हालत खतरे के बाहर है। गंभीर रूप से बीमार तीन यात्रियों को गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में रखा गया है, जहां उनकी हालत में सुधार देखा गया है।
दो सौ की गति से चल सकती है तेजस
मुंबई और गोवा के करमली के बीच चलने वाली यह प्रीमियम ट्रेन देश की अत्याधुनिक ट्रेन है, जो दो सौ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने में सक्षम है। यह ट्रेन पूरे साल सप्ताह में पांच दिन चलती है, जबकि, मानसून सीजन में सप्ताह में तीन दिन चलती है। लंबी दूरी की इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नाश्ता के अलावा चाय-काफी वेंडिंग मशीन, स्नैक्स, किताबें आदि भी उपलब्ध होती हैं।
जांच के आदेश, ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस
तेजस एक्सप्रेस में परोसे गए नाश्ते को खाने के बाद बीमार हुए यात्रियों के मामले में रेलवे ने केटरिंग कॉन्ट्रैक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अनिल सक्सेना ने पुष्टि की कि ट्रेन में यात्रियों को जहरीला नास्ता परोसा गया है। उन्होंने बताया केटरिंग कॉन्ट्रैक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में ठेकेदार की लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कैग ने भी की थी आलोचना
रेल मंत्री पियूष गोयल ने पिछले माह ही अधिकारियों को रेल में यात्रा के दौरान उपलब्ध कराए जा रहे खान-पान का स्तर सुधारे जाने के निर्देश दिए थे। आईआरटीसी के खानपान के स्तर में सुधार के क्रम में उन्होंने निर्देश दिए थे कि प्रत्येक खाद्य पदार्थ पर उसे तैयार करने वाले का नाम, वजन और श्रेणी आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देने को कहा था। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने भी रेलवे की खानपान व्यवस्था की बदहाली का अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया था। इसके बाद रेलवे ने खानपान में सुधार के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इसके बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया और ऐसे हादसे जारी हैं।
Created On :   15 Oct 2017 9:47 PM IST