बुलेट ट्रेन वाले रूट की ट्रेनों में खाली रहती हैं 40% सीटें : RTI में खुलासा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार जहां मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर तेजी से काम कर रही है। वहीं एक आरटीआई से हुआ खुलासा चौकाने वाला है। आरटीआई खुलासे में मालूम हुआ है कि दोनों शहरों के बीच चलने वाली ट्रेनों की 40 फीसदी सीटें खाली रहती हैं। इससे पश्चिम रेलवे को पिछले तीन महीनों के दौरान 29.91 करोड़ का घाटा हो चुका है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच दर्जनों ट्रेनें चलती हैं। पहली ट्रेन आधी रात के बाद और आखिरी उसके ठीक पहले निकलती है। दोनो शहरों के बीच 524 किलोमीटर की दूरी है।
RTI से हुआ खुलासा
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई से अहमदाबाद और अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाले रेल सेवाओं के बारे में जानकारी मांगी थी। पश्चिम रेलवे के मुख्य वाणिज्यिक ने गलगली को 1 जुलाई 2017 से 30 सितंबर 2017 तक की जानकारी दी। बीते तीन महिनों के दौरान मुंबई से अहमदाबाद के बीच 30 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों से 4,41,795 यात्रियों ने यात्रा की जबकि इस दौरान इन ट्रेनों में 7,35,630 सीटें उपलब्ध थी। कुल राजस्व 44,29,08,220 रुपए अपेक्षित था, जबकि रुपए रेलवे को 30,16,24,623 रुपए ही बतौर राजस्व प्राप्त हुआ। अहमदाबाद से मुंबई के बीच 31 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा है, जिससे 3,98,002 यात्रियों ने यात्रा की जबकि इन ट्रेनों में 7,06,446 सीटें उपलब्ध थी।
3 महीने में पश्चिम रेलवे को 29.91 करोड़ का आर्थिक घाटा
इस रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की 67,392 सीटों में से 22,982 सीटों पर यात्रियों ने यात्रा की और रुपए 6,39,08,988 के बजाय रुपए 2,51,41,322 रुपए की ही कमाई हुई। गलगली का कहना है कि मुंबई से अहमदाबाद जाने के लिए सबसे अधिक भीड़ स्लीपर क्लास के लिए होती है, जबकि एसी की अधिकांश सीटे रिक्त रहती हैं। इस रूट पर दिन भर ट्रेनें चलती हैं। 6 लेन की एक्सप्रेसवे के साथ अहमदाबाद और मुंबई स्वर्णिम चुतर्भुज राजमार्ग नेटवर्क का हिस्सा है। फिल्हाल ट्रेन के मुकाबले रोड के जरिए अहमदाबाद से मुंबई कम समय में पहुंचा जा सकता है।
Created On :   31 Oct 2017 9:24 PM IST