सीनियर एडवोकेट राजीव धवन अयोध्या मामले में करेंगे बहस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार-केन्द्र के बीच विवाद मामले में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के साथ अदालत में तीखी नोंकझोंक के बाद वकालत छोड़ने की घोषणा करने वाले वरिष्ट वकील राजीव धवन दोबारा राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद की सुनवाई से जुड़ेंगे।
वरिष्ठ वकील धवन ने अपने मुवक्किल के आग्रह पर पुनर्विचार कर दोबारा इस केस से जुड़ने के लिए हामी भरी है। अयोध्या भूमि विवाद मामले में कुछ मुस्लिम संगठनों का प्रतिनिधत्व कर रहे वकील एजाज मकबूल ने ये जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में राजीव धवन से बातचीत में अनुरोध करने पर धवन ने इसे स्वीकार कर लिया है।
मकबूल ने मीडिया को भेजे एक पत्र में कहा कि हमने उनसे (धवन) बाबरी मस्जिद मामले को अपवाद के रूप में लेने का अनुरोध किया और उन्होंने हमारा आग्रह स्वीकार कर लिया। अब वह बाबरी मस्जिद मामले में हमारी ओर से पेश होते रहेंगे।
धवन ने इससे पहले चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखकर बताया था कि उन्होंने अदालत में वकालत नहीं करने का निर्णय किया है। उन्होंने इस पत्र में कहा था कि दिल्ली मामला अपमानजनक तरीके से खत्म होने के बाद मैंने अदालत में वकालत नहीं करने का फैसला किया है। आप मुझे प्रदान किया गया वरिष्ठ वकील का गाउन वापस ले सकते हैं। वह धवन चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखकर सूचित करेंगे कि वह अपने लंबित मामलों में पेश होते रहेंगे।
बता दें कि दिल्ली सरकार-केन्द्र के बीच विवाद मामले में चीफ जस्टिस के साथ तीखी नोंकझोंक को धवन ने ‘अपमानजनक समापन’ करार देते हुए 11 दिसंबर को वकालत छोड़ने की घोषणा की थी। कोर्ट रूम में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और वरिष्ठ वकील धवन को लेकर तेज आवाज में बात करने को लेकर बहस हो गई थी। जस्टिस मिश्रा ने धवन को कहा था कि वो कोर्ट रूम में सुनवाई के दौरान चिल्लाए नहीं और उंची आवाज में बात न करें।
Created On :   28 Dec 2017 7:04 PM IST