धर्मसंसद में गांधी को कहे गए अपशब्द, सभागार में गूंजते रहे ठहाके

After Haridwar, unrighteous words were spoken in the Dharmasansad held in Raipur
धर्मसंसद में गांधी को कहे गए अपशब्द, सभागार में गूंजते रहे ठहाके
संत के शर्मनाक बोल धर्मसंसद में गांधी को कहे गए अपशब्द, सभागार में गूंजते रहे ठहाके
हाईलाइट
  • संत कालीचरण ने गोडसे को किया नमन
  • गांधी को कहे अपशब्द

डिजिटल डेस्क,रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्मसंसद 2021 के कार्यक्रम का समापन विवादों के साथ संपन्न हुआ।  कार्यक्रम  रायपुर के रावनभाटा में आयोजित किया गया था। आपको बता दें  देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। इस धर्म संसद में जहां हजारों साधु-संत जमा होते है, वहीं कई धर्मगुरु भड़काऊ बयानों के जरिए चर्चित होने के लिए विवाद पैदा कर रहे हैं। हरिद्वार के बाद रायपुर में भी संत के बिगड़े बोल और हुई एफआईआर।

राज्य सरकार की यह कार्रवाई हरिद्वार के उस कार्यक्रम की पृष्ठभूमि के रूप में सामने आई है जिसमें नफरत भरे भाषण दिए गए थे। नफरत और सौहार्द बिगाड़ने वाले ये विवादित बयान आयोजित धर्म संसद में बोले गए थे। एक संत ने तो संविधान को ही गलत बता दिया था।  ये मामला थमा नहीं कि रायपुर में संत कालीचरण महाराज पर महात्मा गांधी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने और गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को सही ठहराने का आरोप है। हरिद्वार में 17 से 20 दिसंबर तक आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इसी तरह की घटना हुई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिपिंग प्रसारित की गई थी, जिसमें कहा गया था कि हिंदुओं को म्यांमार की तरह हथियार उठाना चाहिए, हर हिंदू को हथियार उठाना चाहिए, और सफाई अभियान चलाना चाहिए। धर्म संसदों के माध्यम से देश  में सौहार्द का माहौल बिगाड़ा जा रहा और नफरत के बीज बोए जा रहे है। विवादित बयानों को लेकर सैकड़ो वकीलों ने आज सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है और ऐसे बयानों पर रोक लगाने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

 आपको बता दें संत कालीचरण ने  रायपुर में आयोजित धर्मसंसद के दूसरे दिन महात्मा गांधी को लेकर अभ्रद भाषा का इस्तेमाल किया, साथ ही उन्होंने देश के बंटवारे का आरोप गाँधी पर लगाया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने और नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करने के आरोप में हिंदू संत कालीचरण महाराज और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

राहुल गांधी ने भी हैशटैग गांधीफॉरएवर ट्वीट किया और गांधी को उद्धृत किया कि आप मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते। तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन एक विवादास्पद धार्मिक नेता यती नरसिम्हनंद द्वारा किया गया था, जिन पर अतीत में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और हाल ही में हिंदू धर्म अपनाने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। कालीचरण महाराज के बयान की निंदा करते हुए, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल बेहद आपत्तिजनक है और कालीचरण को पहले यह साबित करना चाहिए कि वह एक संत हैं।

पिछले साल के सावन माह में मध्यप्रदेश रायसेन के  भोजपुर  मंदिर में राक्षसराज रावण की रचना को शिवभक्ति  शिवतांडव को गाने वाले संत कालीचरण महाराज अचानक सोशल मीडिया पर छा गए।  संत के इस वीडिया ने शिव भक्तों का मनमोह लिया। यहां  तक की कई बॉलीवुड सितारे भी इसके दीवाने हो गए। बॉलीवुड स्टार अनुपम खेर ने भी इस वीडियो क्लिप को शेयर किया था। उस वक्त कालीचरण  को महादेव के प्रतिभाशाली भक्त के रूप में खूब  सुर्खिया बंटोरी थी। आज उनके एक विवादित बयान ने फिर सुर्खिया बंटोरी है जिसके चलते कालीचरण का चौतरफा विरोध हो रहा है। खबरों के मुताबिक वह महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और बजरंग सेना के राष्ट्रीय अनुशासन प्रभारी हैं।
 

आपको बता दें छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में संत कालीचरण ने धर्म की मंच से अधर्म बोल के  विवादित बयानों की आग उगलना शुरू कर दिया। कालीचरण ने राष्ट्रपति महात्मा गांधी को अपशब्द  कहे  हालांकि विरोध के चलते कई आयोजक स्टेज छोड़कर भाग गए। शिवभक्त के तौर पर प्रचलित कालीचरण ने बापू को अपशब्द कहे जिसका कांग्रेस के साथ कई पार्टियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।  रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने कालीचरण के खिलोफ एफआईआर दर्ज करवाई है।

दो दिवसीय धर्मसंसद के दौरान कालीचरण ने कहा कि इस्लाम राजनीति के जरिए राष्ट्र पर कब्जा करता है, हमारी आंखों के सामने ईरान,इराक अफगानिस्तान पर कब्जा किया। बागंलादेश और पाकिस्तान  पर कब्जा किया। कालीचरण ने नाथूराम गोडसे को सलाम करते हुए, गोडसे के द्वारा  की गई गांधी की हत्या को उचित और जायज ठहराया। संत ने अपने बोल  में गोडसे को तो नमस्कार किया लेकिन गांधी को गाली और अपशब्द कहे.।

कालीचरण के इस विवादित बयानों के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बवाल मच गया। संत पर तंज कसे जा रहे है। महाराष्ट्र मंत्री मलिक ने वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि सत्य अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नहीं सकते, बापू हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा हैं।

 

कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि यह भगवाधारी फ्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सरेआम गाली दे रहा है। इसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये कौन है जो हमारे राष्ट्रपति को गाली दे रहा है। मोदी जी कुछ करेंगे या इनको भी सिर्फ, दिल से माफ नहीं कर पाएंगे? 

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक संत कालीचरण महाराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 505(2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और 294 (अश्लील कृत्य) के तहत अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। और आगे की जांच की जा रही है। 

 

 

 

 

 

 

Created On :   27 Dec 2021 7:34 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story