यूपी में जीते तो भगवान विष्णु के नाम पर शहर बसाएंगे अखिलेश

- 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मंदिर पॉलिटिक्स बेहद अहम रहने वाली है।
- अखिलेश ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो भगवान विष्णु का नगर विकसित करेगी
- जिसमें भव्य मंदिर होगा।
- यह मंदिर कंबोडिया के अंगकोरवाट मंदिर की ही तरह होगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मंदिर पॉलिटिक्स बेहद अहम रहने वाली है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के बाद अब उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी उनके नक्शेकदम पर चल पड़े हैं। अखिलेश ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो भगवान विष्णु का नगर विकसित करेगी, जिसमें भव्य मंदिर होगा। अखिलेश का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा छेड़ा है।
अखिलेश यादव ने कहा, "हम इटावा की लॉयन सफारी के करीब भगवान विष्णु के नाम पर 2,000 एकड़ से ज्यादा जमीन पर नगर विकसित करेंगे। हमारे पास चंबल के बीहड़ों में काफी भूमि है। नगर में भगवान विष्णु का भव्य मंदिर होगा। यह मंदिर कंबोडिया के अंगकोरवाट मंदिर की ही तरह होगा। इसके अध्ययन के लिए विशेषज्ञों की टीम कंबोडिया भेजी जाएगी। यह शहर हमारे अतीत की संस्कृति और ज्ञान का केंद्र होगा। कंबोडिया का अंकोरवाट विश्व के सबसे विशाल धार्मिक परिसर में से एक है। वह मूल रूप से भगवान विष्णु को समर्पित हिन्दू मंदिर था, जो धीरे-धीरे बौद्ध मंदिर में तब्दील हो गया।
गौरतलब है कि हिंदू विरोधी पार्टी की छवि बनने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी गुजरात और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान मंदिर-मंदिर घुमे थे। इन चुनावों में राहुल गांधी की मंदिर राजनीति का फायदा भी कांग्रेस को मिला था। अब शायद उस लाभ को अपने पाले में करने के लिए एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंदिर पॉलिटिक्स पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। ऐसे में अखिलेश यादव की ओर से दिया गया विष्णु मंदिर के निर्माण का बयान प्रदेश की राजनीति को एक नया मोड़ दे सकता है।
Created On :   22 Aug 2018 11:45 PM IST