डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू कश्मीर के सुंजवां आर्मी कैंप पर हमला करने वाले आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। पैरा कमांडो और सेना मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। ऑपरेशन में 3 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। आतंकियों के पास से AK-56 राइफलें, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुए हैं। बताया जा रहा है कि आतंकियों के खात्मे में इसलिए भी वक्त लग रहा है क्योंकि आतंकी सेना के फैमिली क्वॉर्टर में घुस गए हैं। सेना ने प्रेस रिलीज जारी कर  इस ऑपरेशन की जानकारी दी। मालूम हो कि 3 से 4 हथियारबंद आतंकी सेना के सुंजवान कैंप में सुबह करीब 04.30 बजे से घुसे हुऐ है और फायरिंग कर रहे है। इस हमले में सेना के दो जवान शहीद हो गये।  वहीं 6 लोग जख्मी हुए है जिसमे महिला और बच्चे शामिल है।

 



 

 

फ्लैट्स को कराया गया खाली, सभी नागरिक सुरक्षित
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन फिलहाल जारी है। उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ सेना सावधानीपूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दे रही है ताकि नुकसान को कम किया जा सके। सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कैंप में मौजूद 150 मकान खाली करा लिये गए हैं और अब यहां किसी भी प्रकार का बंधक संकट नहीं है। वही एक और सैन्य अधिकारी ने बताया कि बच्चों और महिलाओं को बचाने के दौरान जेसीओ एम अशरफ मीर और सूबेदार मदन लाल शहीद हो गए। अधिकारी ने कहा कि आतंकियों को अलग-थलग किया जा चुका है और सेना अंतिम ऑपरेशन की तैयारी कर रही है।  खबरों के मुताबिक सेना के कैंप पर हमला करने वाले आतंकी जैश ए मोहम्मद के हैं। शाम के वक्त को देखते हुए सेना की ओर से कैंप के आसपास फ्लड लाइट्स और जेनसेट भी लगाए गए हैं जिससे ऑपरेशन के दौरान अंधेरा होने पर भी इसमें व्यवधान उत्पन्न ना हो सके।

 


 

गृहमंत्री का बयान
इस हमले को लेकर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री को जानकारी दी है। केंद्र की इस हमले पर पूरी नजर है। राज्य के डीजीपी ने केंद्रीय गृह मंत्री को हालात की जानकारी दी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ""जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन चल रहा है, ऑपरेशन जब तक खत्म नहीं होता तब कुछ भी कहना सही नहीं। हमारी सेना और सुरक्षा बल मजबूती से अपना काम कर रहे हैं, भारत का सिर नहीं झुकने देंगे। हमें जवानों की शहादत पर गर्व है।""

ग्रेनेड फेंकते हुए घुसे परिसर में
बता दें कि सुंजवान आर्मी कैंप में शनिवार तड़के 04.30 बजे के करीब 3 से 4 हथियारबंद आतंकी घुस गए थे। आतंकवादी ग्रेनेड फेंकते हुए और भारी गोलीबारी करते हुए परिसर में घुसे है। जिस तरफ से आतंकी कैंप में घुसे हैं, वो रिहायशी इलाका है। यहां जवानों के रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स हैं। सुंजवां आर्मी के पीछे की साइड ये पूरा एरिया है। जहां आतंकियों ने घुसपैठ की और जवानों को निशाना बनाया। भारतीय जवान आतंकवादियों की तलाश के लिए हर कमरे की छानबीन कर रहे हैं। हमले के फौरन बाद उधमपुर से IAF के पैरा कमांडोज को जम्मू एयरलिफ्ट किया गया। आतंकी हमले को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों ने जम्मू शहर में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमने स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।"

 

 



खुफिया एजेंसियों ने जारी किया था अलर्ट
सुंजवां ब्रिगेड आर्मी कैंप है, जहां सेना के गोला-बारुद और हथियार रखे जाते हैं। इस कैंप में सेना के तीन हजार जवान और उनकी फैमिली रहती है। बताया जा रहा है कि खुफिया एंजेंसियों ने हमले को लेकर अलर्ट जारी किया था। एंजेसियों ने 9 से 11 फरवरी तक रेड अलर्ट जारी किया था। दरअसल 9 फरवरी को संसद हमले के आरोपी अफजल गुरू की बरसी थी। अफजल गुरू को 9 फरवरी 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी।  वहीं 11 फरवरी को JKLF के मकबूल बट्ट की बरसी है। इसी के चलते ये अलर्ट जारी किया गया था। साल 2006 में भी इसी आर्मी कैंप पर आत्मघाती हमला किया गया था, जिसमें 12 जवान शहीद हो गए थे और दो फिदायीन आतंकवादी मारे गए थे। 

Created On :   10 Feb 2018 5:40 PM IST

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